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________________ कुमार श्रतीव गुणकारी है । इसे लगातार सप्ताह पर्यन्त पीना चाहिये। यह गर्भाशयावरोध का उद्घाटन करता है, मूत्र ओर श्रार्त्तव का प्रवर्त्तन करता और वृक्कयूल का निवारण करता । इसकी वर्त्ति धारण करने से बच्चा गिर जाता है। रजः प्रवत्तन के लिये इसे मधु के साथ पीना चाहिये । सांद्र कफ को भली भाँति निकालता है । जलंधर, वायु और प को भी लाभकारी है । इसका काढ़ा विष प्रभाव को नष्ट करता है । ( ख० श्र० ) इसकी पत्तियों का रस पीने से कृष्ण कामला ( यक़ीन स्याह ) को लाभ होता है । रातियानज के साथ पीतद्रव का रेचक और गृध्रसी, पार्श्वशूल एवं निरेस के लिये गुणकारी है। जौ के आटे के साथ स्तन शोथ तथा अन्य स्थानों की सूजन का विलायक है | फ़रासियून इसी के बीज का नाम है । ( बु० मु० ) २१७६ क़मार - [अ० ] वह स्थान वा प्रदेश जहाँ से ऊद ( अगर ) लाया जाता है । क़मारन, क़मारून [ ? ] दरियाई वा जंगली सीपी । कमारी - संज्ञा स्त्री० एक प्रकार का सर्वोत्तम काला नगर । कमारू - [ संज्ञा ] मोमियाई । कमाल - [देश० ] कमीला । कमालय: [ यू० ] माज़रियून कमालयूनकमाला - [ लै० Kamala ] कमीला | कमालावन - [ यू० ] माज़रियून कमालिय:, कमा लियून - [ यू० ] माज़रियून | कमाह: - [ अ० ] खजूर का ख़ुशा वा गेहूं के ख़ुशा का ख़िलाफ़ । कमिता - वि० [सं० त्रि० कमितृ-कमिता ] कामुक । कामी । शहवती । मस्त । चाहनेवाला । कमिन कुर पिंडी - श्रज्ञात । कमिया - [पं०] कुमुदनी । नीलोफ़र । कमिय्यत - [ ० ) मिकदार वा परिमाण चाहे भार से हो अथवा माप वा गणना से हो। किसी वस्तु का परिमाण वा मिकदार जो नापी तौली वा गिनी जाय । (Zuantity, Zuantum) कमला गुड़ - [ बं०] कमीला । क़मी - [ ? ] बसफ्राइज | कमीला कमीज़ - [ फ्रा० ] पेशाब | मूत्र | संज्ञा स्त्री० [अ० प्रकार का कुर्ता । अस्पस्त । तर्फलि । कमीज़: - [ फ्रा० कमोत - [अ०] ( १ ) वह मद्य जो लाल और काला हो । ( २ ) एक प्रकार का घोड़ा जो काले और लाल रंग का होता है। कमीउ पुलई - [ ते० | अज्ञात क़मीदास - [ फ़िरं०] कमाज़रियून । कमानपुलई - [ ते० क | चाया । भुइ कहाँ । कुम्रापिंडी ( मरा० ) । ( Aerua lanata, Juss ) (का) मिना - [ बं० ] ( Murraya Exotica, ) Honey bush, Cosmetic box एकांगी । कोंटी | क़मीम - [ श्र० ] गोखरू का शीरा । क्रमीलः - [ शामी ] दोश । कमीला - संज्ञा पुं० [सं० कम्पिलः ] पर्या० क्रमीस, फ्रा० शेमीज़ ] एक To - कम्पिल्लः, कम्पिल्लकः, कम्पिर्श, कपिल्लकः, रक्ताङ्गः, रेची, रेचनकः, रञ्जनः, लोहिताङ्गः, रक्तचूर्णकः, कम्पील्लकः, रञ्जकः, कर्कशः, चन्द्रः, रोचनः, -सं० । कबीला, कमीला, कमूद, कमेला, कमला, कंबिला, कमाला, कपाल, -हिं । कमला गुरिड, पुनाग, तुङ्ग, किशर, कमेला, कमिला बं० क़बील, किंबील, श्रु० । कँबेला, फ्रा० । मैलोस फिलिप्यानेन्सिस Mallotus Phillippinensis ( Phillipiensis ) रॉट्लरा टिंक्टोरिया Rottlera tinctoria - ले० । ग्लैंड्युली रालरा Glandulce Rottlerce, राट्रलरा Rottlera, मंकी फेस ट्री Monkey face tree -अं० । कमेला - मावु, कबूली, कपीला - ता० । तैलङ्गी - कापिल-पोडि, कुकुमा । सिंगा०-हमपिरिल्ल, गेडिवेलबुवा | मराठी- कपीता, कमीला, शेंद्री । बम्बई - शेंद्री, कंपिल | कना० – कंपिल्लकं, वस्त्र, वसारे, चन्द्र-हितु । पं० कमल, कमीला । को० - कोमटी, श्रवध - रोहिनी । 1 परिचय ज्ञापिका संज्ञा - लघुपत्रक, लोहिताङ्ग रक्कफलः, बहुपुष्पः, बहुफलः । गुण प्रकाशिका संज्ञा-रञ्जनः रेची ।
SR No.020062
Book TitleAayurvediya Kosh Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1942
Total Pages716
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size24 MB
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