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स्थापक
(२) - ने बदले (३) ने कारणे (४) -नी जेम [ नारुं ; नियममां राखतुं स्थापक वि० स्थापनाएं ; स्थापित करस्थापत्य पुं० अंतःपुरनो रक्षक ( २ ) न० मकान बांधवां ते; शिल्प स्थापन न० स्थापवुं ते; स्थिर करवुं ते; ऊभुं कर [ संचालन करते स्थापना स्त्री० स्थापवुं ते (२) गोठववुं ते; स्थापित वि० स्थिर करेलुं; मूकेलुं (२) ऊभुं करेलुं; पायो नाखेलुं ( ३ ) चालु करेलुं; नियत करेलुं (४) नीमेलु (५) परणावेलुं
स्थाप्य वि० मूकवानुं; सोपवानुं ( २ ) स्थापना करवानुं ( ३ ) नियुक्त करवानुं (४) बंध करवानुं ; पूरवानुं ( ५ ) पुं० देवनी मूर्ति ( ६ ) न० थापण [ हणहणाट स्थामन् न० बळ; पराक्रम (२) घोडानो स्थायिन् वि० रहेतुं; वसेलु; ऊभेलु ( समासने अंते ) ( २ ) कायम रहेनाएं; टकाउ ( ३ ) निवास करतु; रहेतुं (४) पुं० जुओ 'स्थायिभाव स्थायिभाव पुं० चित्तनी स्थिर - कायमी लागणी (आठ छे : रति, हास, शोक, क्रोध, उत्साह, भय, जुगुप्सा, विस्मय) स्थायीभू ११० स्थिर थवु; कायमी थ स्थायुक वि० टकी रहे तेवुं; कायमी
(२) स्थिर; स्थावर (३) रहेलुं; वसेलुं स्थाल न० थाळी; रकाबी (२) रांधवानुं वासण; तपेली [ कडाई स्थाली स्त्री० रांधवानुं वासण ; तपेली; स्थालीपुलाक पुं० तपेलीमांनो भात स्थावर वि० एक जगाए स्थिर रहेनारुं ; खसे नहीं तेवुं ( ' जंगम ' थी ऊलटुं ) (२) जड, निष्क्रिय; धीमं ( ३ ) स्थापित येलु (४) पुं० पर्वत (५) न० कोई पण जड वस्तु (६) स्थूल शरीर, भौतिक शरीर स्थावरजंगम न० खसे तेवी अने न खसे तेवी मिलकत ( २ ) सजीव अने निर्जीव वस्तुओ
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स्थिर
स्थावरात्मन् वि० स्थावर स्वरूपवाळु स्थाविर न० वृद्धावस्था स्थासक पुं० सुगंधी पदार्थथी शरीरने लेप करवो ते ( २ ) पाणी के प्रवाहीनो परपोटो [ स्वभाववाळु (२) कायमी स्थास्नु वि० स्थिर - निश्चळ रहे तेवा स्थित ('स्था' नुं भू० कृ० ) वि० ऊभेलुं; रहेलुं (२) ऊभुं रहेतुं (३) ऊभुं थयेलुं (४) होतुं; रहेतुं (५) थयेलु; बनेलु ( ६ ) स्थाने नियुक्त थयेलं (७) अनुसरतुं ; अनुकूल रहेतुं (८) स्थिर थयेल; आसक्त ( ९ ) दृढ, स्थिर (१०) निश्चयवाळं ( ११ ) प्रमाणिक; नीतिमान (१२) न० ऊभा रहेवानी रीत; ( १३ ) योग्य मार्गे उद्यम स्थिती, स्थितप्रज्ञ वि० स्थिर बुद्धिवाळं स्थितसंकेत, स्थितसंविद् वि० करार के वचननुं पालन करनारुं स्थिति स्त्री० रहेवुं - ऊभा रहेवुं - वसवं ते ( २ ) एक स्थितिमां स्थिर रहेवुं ते (३) दृढ - कायन रहेवुं ते ( ४ ) दशा; अवस्था ( ५ ) स्वभाव; प्रकृति (६) हंमेश चालु रहेवुं ते ( ७ ) नीति - मर्यादानुं पालन; सद्वर्तनना मार्गने अनुसरवुं ते ( ८ ) शासन; शिस्त ( ९ ) पद, मोभो (१०) पोषण; निर्वाह ( ११ ) मर्यादा; नियम (१२) विचार; गणना स्थितिज्ञ वि० नीतिमर्यादा जाणनारुं स्थितिपद न० योग्य मार्ग स्थितिभिद् वि० नीतिमर्यादानुं उल्लंधन करनाएं
स्थितिमत् वि० दृढ; स्थिर ( २ ) कायमी (३) मर्यादामा रहेतुं (४) नीति - मर्यादाने पाळतु [ मार्ग स्थितिमार्ग पुं० (मनने) स्थिर करवानो स्थितिस्थापक वि० पूर्व स्थितिमां पाछु आवी शके ते
स्थिर वि० टकी रहे तेवुं; कायमी (२)
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