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विद्याधार
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विवान विद्याधार पुं० मोटो पंडित
विद्रुति स्त्री० नासी जq ते; पलायन विद्याबल न० जादुई शक्ति
विद्रुम पुं० परवाळू (२) फणगो विद्याभ्यास न० विद्या भणवी ते विद्वज्जन पुं० विद्वान माणस ; पंडित विद्यार्जन न० विद्या प्राप्त करवी ते विद्वत्त्व न० विद्वत्ता; पंडिताई विद्यार्थिन् पुं० भणनारो; शिष्य विद्वस वि० जाणतुं; जाणनारुं (२) विद्यावंश पुं० कोई पण विद्या के शास्त्र डाहा;ज्ञानी (३)पुं० विद्वान ; पंडित
शीखवनारा गुरुओनो वंशानुक्रम विद्विष (-) पुं० शत्रु; दुश्मन विद्याविहीन वि० अभण; अज्ञानी विद्विष्ट वि० धिक्कारेलं; अणगमतुं विद्यावृद्ध वि० ज्ञाननी बाबतमां मोटुं; विद्वेष पुं० द्वेष; वेर (२) अनादर ज्ञानमां घणु आगळ वर्धेलु
(गर्वथी करेलो) विद्याहीन वि० जुओ ‘विद्याविहीन' विद्वेषण पुं० दुश्मन; वेरी (२)न० द्वेष विद्युत् १ आ० प्रकाशq; दीपq (२) कराववो ते; एक तंत्रविद्या प्रकाशित करवू; चमकावq(आ अर्थमां विध् ६ प० वींधवं; छेदq (२) पूजवू; सामान्यपणे प्रेरक०)
सत्कारयु (३) १ आ० याचवू विद्युत् स्त्री० वीजळी (२)कडाका साथे विध पु० प्रकार; नात (२)रीत; पद्धति पडती वीजळी
(३) गडी - पड (समासने अंते; विद्यता स्त्री० वीजळी
उदा० विविध) विद्युत्त न० वीजळीनो चमकारो विधनता स्त्री० गरीबाई विद्यत्वत् वि० वीजळीओवाळ (२) पुं० विधर्मन् वि० खोटी रीते वर्ततुं ; बेवफा वादळं; मेघ
विधवा स्त्री० जेनो पति मरी गयो होय विद्युत्संपातम् अ० क्षणवारमा
तेवी स्त्री विद्यदुन्मेष पुं० वीजळीनो चमकारो विधा ३ उ० करवू; बनावq; उत्पन्न विद्युल्लता, विल्लेखा स्त्री० वीजळीनो करवू; आचर; सिद्ध करवु (२) लांबो के वांकोचूंको लिसोटो
विधान करवु; (शास्त्र) आज्ञा करवी विद्योत वि० चमकतु ; झळकतुं
(३) बनावq; घडवु (४)नीमद् (५) विद्रधि पु० गमडु; फोल्लो
पहेरवू (६)-तरफ प्रेरवू (मनने); विद्रव पुं० नासी जवू-भागी जवं ते - उपर स्थिर करवं (७) गोठव, (२) भय ; डर (३) वही जवुते (४) (८) तैयार करवं (९) आपवू
ओगळी जq ते (५) निंदा; गाळ (१०) मूकवू (११) ग्रसतुं विद्रावित वि० नसाडी मूकेलु (२) विधा स्त्री० प्रकार; रीत; पद्धति विखेरी नाखेलं (३) पिगळावेलू विधात पुं० विधाता; पेदा करनारो; विद्रु १५० नासी जवू ; दोडी जq (२) सर्जनारो (२) ब्रह्मा (३) बक्षनारो (४) पीगळवू (३) भागी जq; तूटी जवं नसीब (५)विश्वकर्मा (६) माया; भ्रम
-प्रेरक० भगाडी मूकवू; विखेरी विधान न० गोठवतुं ते (२)आचरवंनाखवू
करवू ते (३) सृष्टिरचना (४) योजवू विद्रुत वि० नासी गयेलं; पलायित (२) ते; प्रयोग करवोते (५)आज्ञा; हुकम गभरायेलं; बीनेलं (३) ओगळीने (६)नियम; शास्त्राज्ञा (७)पद्धति; प्रवाही बनेलं (४) न० नासी जq ते रीत (८) उपाय (९) हाथीओने मत्त
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