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वर्ज
छोडीने;
वर्ज वि० विनानुं; रहित वर्जक वि० (समासने छेडे ) त्यागतुं; छोडतुं (२) विनानुं; रहित वर्जन न० छोडवुं ते; त्यागवुं ते वर्जम् अ० बाद करीने; सिवाय (समासने अंते) वर्जित ( ' बुज्नु भू० कृ० ) वि० त्यागेलुं छोडेल (२) बाद राखेलुं (३) विनानुं वयं वि० त्यागवा योग्य; छांडवा योग्य (२) - सिवायनुं
४३०
वर्ण १० उ० रंगवुं; चीतरवुं (२) वर्णववुं (३) वखाणवुं (४) फेलाववुं वर्ण पुं० रंग ( २ ) सूरत देखाव (३) माणसोनो विभाग - जाति (चार वर्ण) (४) जात; प्रकार ( ५ ) अक्षर ; शब्द (६) प्रशंसा (७) गीतमां वस्तुनो क्रम (८) ध्वनि; अवाज वर्णक पुं० नटनो वेश ( २ ) रंग (चीतरवा माटे) (३) लेप माटे वपराती कोई पण वस्तु; सुगंधी लेप (४) भाट; चारण (५) वक्ता (६) वर्ण अक्षर ( ७ ) नमूनो (८) न० रंग ( ९ ) प्रकरण ; विभाग (१०) कूंडाळु; वर्तुळ वर्णतस् अ० वर्ण [(२) कलम वर्णतूलिका स्त्री० चित्रकारनी पींछी वर्णधर्म पुं० दरेक वर्णनुं पोतानुं कर्तव्य वर्णन न० चीतरबुं ते (२) वर्णववुं के वर्णवे ते; बयान
वर्णना स्त्री० वर्णन (२) प्रशंसा वर्णपरिचय पुं० संगीतमां कुशळता वर्णमाला स्त्री० भाषाना मूळाक्षर वर्णवति, वर्णवतिका स्त्री० चितारानी
पछी (२) कलम; लेखणी वर्णविक्रिया स्त्री० वर्णो सामे वेरभाव वर्णवृत्त न० अक्षरमेळ छंद (' मात्रा वृत्त ' थी भिन्न )
वर्णश्रेष्ठ पुं० ब्राह्मण वर्णसंकर पुं० भिन्न वर्णनां स्त्री पुरुषना
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वत
लग्नयी थती वर्णनी भेळसेळ (२) जुदा जुदा रंगोनी मिलावट वर्णावकृष्ट पुं० शूद्र वर्णावर वि० वर्णमां हलकुं - ऊतरतुं वर्णाश्रमाः पुं० ब० व० चार वर्ण अने
चार आश्रम
वर्णिका स्त्री० नटनो स्वांग (२) रंग (३) शाही (४) कलम ( ५ ) खडी वणिकापरिग्रह पुं० पात्रनो स्वांग के भूमिका ((२) चीत रेलं (३) प्रशंसेलुं वर्णित ( 'वर्ण' नुं भू० कृ० ) वि० वर्णवेलु वर्णन वि० (समासने अंते) -ना रंग के देखाववाळु (२) - ज्ञातिनुं; -वर्णनं (३) पुं० चितारो (४) लहियो (५) ब्रह्मचारी; विद्यार्थी (६) चारमाथी कोई पण वर्णनो माणस वर्णिलिगिन् वि० ब्रह्मचारी - विद्यार्थीनो स्वांग के चिह्नो धारण करनाएं वर्णोदक न० रंगीन पाणी वर्ण्य वि० वर्णववानुं; प्रस्तुत ( २ ) रंगसंबंधी आजीविका वर्त पुं० (मुख्यत्वे समासने छेडे) निर्वाह ; वर्तक वि० जीवतुं; अस्तित्व धरावतुं ( २ ) - मां लगनीवाळं; उपासक (३) पुं० बटेर पक्षी (४) घोडानी खरी वर्तन वि० रहेतुं ; होतुं ( २ ) पुं० वामन; ठगणो (३) न० होवु ते; जीववुं ते (४) रहे ते ; निवास ( ५ ) हालचाल ; कर्म (६) निर्वाह; आजीविका ( ७ ) पगार; रोजी (८) वेपार; लेवड- देवड ( ९ ) गोळो; दडो (१०) रंगवुं - चोपडबुं ते वर्तमान वि० जीवतुं; अस्तित्वमां होय ते; समकालीन (२) गोळ फरतुं (३) -मां रहेतुं (४) पुं० वर्तमानकाळ (५) न० वर्तमानकाळ (६) हाजरी वति स्त्री० गोळ वींटीने बनावेलुं ते; (२) अंजन - लेप जेवी श्रृंगारनी कोई चीजनी गोळी के गोळा (३) दीवानी दिवेट (४) वणेला कपडानी दशी
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