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उपकर्तृ
१०० उन्नम् १५० ऊंचुंआवq (२)घेराई रहे; उन्माथिन् वि० वलोवतुं; डखोळतुं (२) तोळाई रहेवू (३) ऊंचुं करवं
त्रास आपतुं; पीडतुं उन्नमित वि० ऊंचु करेलं; उपाडेलु (२) उन्माद वि० गांडु (२) पुं० गांडापणुं; ऊंचु; चडियातुं
घेलछा (३) प्रबळ आवेश उन्नयन वि० ऊंची करेली आंखोवाळू उन्मार्ग वि० आडे के खोटे मार्गे चडेलं उन्नयन न० ऊंचे लई जवू ते (२) ऊंचे- (२) पुं० खोटो के ऊंधो रस्तो (३) सीधुं करवु ते
कुमार्ग; अनीतिनो मार्ग उन्नह ४ प० बांधवं (२) खेंची काढवं उन्मिष ६ प० आंख उघाडवी (२)खीलवं (३) बंधनमाथी छटुं थर्बु -करवू
(३)चमकवं द ष्टि; नजर उन्नाम पुं० टटार थर्बु ते
उन्मिषित वि० खुल्लं; ऊघडेलु (२)न० उन्नाह पु० ऊंचु नीकळवू ते (२) अति- उन्मील १५० उघाडवू (आंख) (२)
शयता; अधिकता (३) उद्धताई खीलवू ; खूलवू उन्निद्र वि० निद्रारहित (२) खीलेलं उन्मील पुं०, उन्मीलन न० ऊघडवू ते उन्नी १५० ऊंचुलाव; ऊंचु करवं (२) (आंख); जागवु ते (२) खूलq ते; निचोवQ (३) वितर्क करवो; कल्पना विकसते (३) देखावू ते; प्रगट थq ते करवी (४)छूट पाडव:एक बाजु लई जवं उन्मुख वि० मुख ऊंचु करेलु सामे मुखउन्मज्जन न० पाणीमांथी बहार वाळं (२) सज्ज; तैयार (३) तत्पर; नीकळवू ते
आतुर (४) -ना मुखे बोलतुं उन्मत्त वि० गांडु; (भूतादिना) आवेश- उन्मुच ६ उ० काढी नाखवूछोडी नाखवं वाळ (२) नशो करेलु; छाकटुं (३) (२) मुक्त करवु (३) काढवं (अवाज) अहंकारी; गर्विष्ठ ; उद्धत
(४) छोडवू; फेंक क र उन्मथ् १,९५० डखोळवू (२)मारवं; उन्मल १० उ० उखेडी नाखवू ; निर्मळ मारी नाखवू; नाबूद करवु (३) उतरडी उन्मूलन न० निर्मूळ करवु ते । नाखवु
उन्मृष्ट ('उन्मृज्'- भू० कृ०) वि० लछी उन्मथन न० डखोळी नाखवू ते; वलोववं; नाखेल; भूसी नाखेलु ते (२) खंखेरी नाखवू ते (३) वध; कतल उन्मेष पुं०, उन्मेषण न० आंखन ऊघडवं उन्मद् ४ प० उन्मत्त थर्बु
ते; आंखनो पलकारो (२) खुलव - उन्मद वि० उन्मत्त (२) मद उपजावनाएं खीलवू ते (३) प्रकाश ; झबकारो उन्मदन वि० कामावेशथी युक्त उप अ० सामीप्य, सामर्थ्य, दोष-खामी, उन्मदिष्णु वि० मदमत्त ; उन्मत्त (२) अंत, अध्ययन - उपदेश, मान, आरंभ, उन्मत्त करनाएं
प्रयत्न, व्याप्ति, दान - ए अर्थमा उन्मनस्, उन्मनस्क वि० क्षुब्ध ; अस्वस्थ वपराय छ; खास करीने लघुता के
(२) खिन्न (३) उत्सुक (४)चिंतातुर गौणत्व दर्शावे छे उन्मयूख वि० प्रकाशित; तेजस्वी उपकथा स्त्री० नानी वार्ता (२) मुख्य उन्मस्ञ् ६ प० उन्मज्जति] बहार कथामां आवती आड-कथा । नीकळवं
उपकरण न० सहाय; मदद (२) साधन उन्मथ् १, ९ प० जुओ ' उन्मथ्
(३) साधन-सामग्री उन्मयन न० जुओ 'उन्मथन'
उपकर्तृ वि० उपकार करनाएं
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