________________
४०
अणुवाह } अनुबद्ध
वि [ अनुबद्ध] १ बंधा हुआ, संबद्ध (से ११,६०)। २ सतत, अतिवेरा परपर वेय उदीरेंति' ( परह १, १ ) । ३ व्याप्त ( गाया १२) ४ प्रतिबद्ध ( गाया १, २ ) । ५ बहुत निरंतर राह १, १) । ६ उत्पन्न ( उत्तर १२ ) । अबद्ध [ अनुबद्ध] १ ग्रनुगत (पंचा ६, वि २७) । १ पीछे बंधा हुआ (सिरि ४४४ ) । अणुबूह देखो अणुवूह अणुभवि [अनुद्भट ] श्रनुद्धत, श्रनुत्वरण ( उत्त २ ) ।
|
अणुब्भूय वि [अनुभूति] अप्रकट, अनुत्पन्न ( नाट) ।
अणुभअ देखो अणुभव = अनुभव (नाट) । अनुभव सक [ अनु + भू ] १ अनुभव करना, जानना, समझना । २ कर्मफल को भोगना ।
(पि४७५) सं. अणुभविज, अनुभवित्ता १ १ . अणुभविडं
(नाटप ( उत्त १८ ) । अणुभव पुं [अनुभव ] १ ज्ञान, बोध, निश्रय (५) का भोग (से)। अनुभव [अनुभवन] उपर देखो (घा ४: वि २०६०) ।
अणुभवि वि [अनुभविन] अनुभव करनेवाला (बिसे १६५८) ।
अणुभव वि [अनुभव्य ] प्रसन्न भव्य ( संबोध ५४ ) |
पाइअसमण्णवो
अणुभावग वि [अनुभावक] बोधक, सूचक (धाम)।
अणुभास तक [ अनु+भाष्] अनुवाद करना, कही हुई बात को उसी शब्द में, शब्दान्तर में या दूसरी भाषा में कहना । २ चिन्तन करना, 'aryभासद व मा ३) । व अणुभासयंत, अणुभासमाग २५१२) ।
१०४ अणुभाग [ अनुभाषण] अनुवाद उक्त बात का कहना (नाट) । ] अणुभासणा स्त्री [अनुभाषणा] ऊपर देख (ठा ५, ३ विसे २५२० टी) । अणुभासय वि [अनुभाषक ] अनुवादक, अनुबाद करनेवाला (विसे ३२१७) । अणुभासदंत देखो अणुभास अणुर्भुज सक [ अनु + भुज् ] भोग करना । वकृ. अणुर्भुजमाण ( सं १९ ) ।
Jain Education International
अणुभाग [अनुभाग] १ प्रभाव माहात्म्य ( १.५१) २ शनि साम (२) । ३ कर्मों का विपाक -फल (सूत्र १, ५, १) । ४ कर्मों का रस, कर्मों में फल उत्पन्न करने की शक्ति वा रोधगुभागों (कम्म १.२ दी शक्तिः 'तारा रसो प्रणुभागो' (कम्म १, २ टी
|
११) ।
४,
[["बन्ध] कर्ममें फल उत्पन्न करने की शक्ति का बनना (ठा २) । अणुभाय [अनुभाव ] १-४ ऊपर देखा अणुभाव f (प्रासू ३५० ठा ३, ३: गउडः श्राचा, सम ) । ५ मनोगत भाव की सूचक बेटा, जैसे भौंह का चढ़ाना वगैरह (नाट) । ६ कृपा, मेहरबानी ( स ३५५) ।
(४७५) व अनुभवत अणुभू श्री [अनुभूति] अनुभव (जिसे अणुमा अनुमाय् ] शोभित
होना, चमकना । संकृ. अणुमालिवि ( भवि ) । अनुमिण सक [अनु+मा] घटकल से जानना । कर्म. अमिरिणजइ ( धर्मंसं १२१६), मी (दसनि ४,३०)
१९११)
|
अणुभूय वि [ अनुभूत ] ज्ञात निश्चित (महा) पुत्र वि [ पूर्व ] पहले ही जिसका अनुभव हो गया हो वह (गाया १, १ ) । अणुभूस स [ अनु + भूप] भूषित करना शोभित करना । प्रभूसेदि (शौ) (नाट) । अणुम स्त्री [अनुमति] अनुमोदन, सम्मति (पार)।
मेरो पलिया है (सुर ४, १४२ महा गामि वि [गामिन] पीछे-पीछे जानेवाला ( पि ४०५ ) ।
अणुमज्ज सक [ अनु + मस्ज् ]
विचार
अणुमा दमा, अनुमोदन करना। करना । संक्रू अणुमज्जत्ता ( जीवस १६६ ) । अणुमण्ण ) सक [अनु + मन] अणुवन्न }
अनुमति
अणुमर पक [अनु] सेना पीछेपीछे मरना; 'इय पारंपरमरणे प्रणुमरइ सहवो जान (पिंड २७४) ।
[
अणुमंत देखो अणुमा (विसे १६६० ) । [ अणुममान [] पीछे-पीछे एवं विचित
अणुबम अनुपा
लिग चरणमति (बाउ १५) - श्ररणरिहि (२२)
अमरण न [ अनुमरण] ऊपर देखो (गउड) । अणुमहत्तर वि [ अनुमहत्तर ] मुखिया का प्रतिनिधि (निच् ३) ।
For Personal & Private Use Only
अणु
मण्णे, अणुमन्नइ (पि ४५७; महा ) । वकृ. | अणुमण्गमाण ( उवर ३१) । संकृ. अणमन्त्रिण (महा) 1 अणुमन्निय) वि [अनुमत] अनुमोदित, अणुमन्त्रिपरि[ अनुमत] अनुमोदित, अणुमय ) सम्मत ( उप पृ २६१) । अमर क [ अनु + मृ] १ मरना । २ सती होना, पति के मरने से मर जाना;
के
अनुमान [अनुमान] १ घटकल ज्ञान हेतु के द्वारा अज्ञात वस्तु का निर्णय ( गा ३४५३
ठा ४, ४) ।
अणुभाग [ अनुमान ] अभिप्राय-जान ( १.१३,२०) २ अनुसार (२७) अणुमाण सक [ अनु + मानय् ] अनुमान करना । संकृ. अणुमाणइत्ता (वव १) । अणुमा वि [ अणुमात्र ] बहुत थोड़ा थोड़ा परिमाणवाला ( दस ५, २) ।
2
अमेअ व [अनुमेय] अनुमान के योग्य (मै ७३) ।
अणुमेरा श्री [अनुमर्यादा] मर्यादा हद
( कस) ।
मोइत्र [अनुमोदित] अनुमत संमत प्रशंसित (बाउर भवि
अणुमय तक [अनु + मुद्] अनुमति देना, प्रशंसा करना मोय (उम
(चउ ५८ ) ।
अणुमोयग वि [अनुमोदक ] अनुमोदन करने वाला (विसे)।
अणुमोयण न [अनुमोदन ] अनुमति, सम्मति, प्रशंसा ( उवः पंचा ६ ) ।
अणुम्मुक्त वि [ अनुन्मुक्त ] नहीं छोड़ा हुआ (ver t, v) 1
-
अणुम्मुह वि [अनुन्मुख] संवि "काही चिट्ठामिति (महा) - अणुय पुं [ अणुक ] धान्य- विशेष ( पत्र १५६ ) । अणुपा देतो अनुकंपा
२१४)
1
www.jainelibrary.org