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दीर्घपत्रा स्त्री. (दीर्घाणि पत्राण्यस्य टाप) देवानुं आउ કેળનું ઝાડ, રાની જાંબુનું ઝાડ, ચિત્રપર્ણિકા, ગન્ધપત્રા - चिञ्चाचञ्चुश्चञ्चुकी च दीर्घपत्रा सतिक्तका भावप्र० । टोरी वृक्ष
दीर्घपत्रिका स्त्री. (दीर्घपत्र + कन्+टाप् अत इत्वम्) घोजीव४, २ईड.
दीर्घपत्री स्त्री. (दीर्घपत्र + स्त्रियां जातित्वात् ङीष् ) पलाशी
शब्दरत्नमहोदधिः ।
नामनी सता, खेड भतनुं महाचञ्चु नामनुं शा. दीर्घपर्णी स्त्री. (दीर्घं पर्णं यस्याः ङीष् ) पृश्निपर्णी नुं वृक्ष, पीठवण.
दीर्घपल्लव पुं. (दीर्घः पल्लवो यस्य) शानुं आउ
(त्रि.) सांजा पल्लववाणुं वृक्ष. (पुं. न. दीर्घः पल्लवः दीर्घ पल्लवं वा ) सांजुं पयव-पत्र- पांडा, सांजी डूपण
दीर्घपाद् त्रि. (दीर्घः पादो यस्य) सांजा पगवाणुं (पुं.
दीर्घौ पादौ यस्य) झुंड पक्षी, खेड भतनो जगलो. दीर्घपाद पुं. (दीर्घौ पादौ यस्य) 55 पक्षी. (त्रि.) લાંબા પગવાળું.
दीर्घपादप पुं. (दीर्घः पादपः) ताउनु आउ, सोपारीनुं आउ, हरडोसांजु आउ, नाणियेरनुं आउ. दीर्घपार्श्व पुं. ( दीहपास जै. प्रा.) भैरावत क्षेत्रमा થના૨ ૧૬મા તીર્થંકર.
दीर्घपृष्ठ पुं. (दीर्घं पृष्ठमस्य) सूर्य, साप, (पुं. जै. प्रा. दीहपुट्ठ) यवरानो खेड मंत्री. दीर्घपृष्ठी स्त्री. (दीर्घपृष्ठ + ङीष् ) सापा. दीर्घप्रज्ञ पुं. त्रि. (दीर्घा प्रज्ञा यस्य) द्वापर युगमां વૃષપર્વ, અસુરનો અવતાર એક રાજા દૂરદર્શી. दीर्घफल पुं. (दीर्घं फलं यस्य) गरमाणानुं आउ
कर्णिकारो दीर्घफलः स्वर्णाङ्गः स्वर्णभूषणः- भावप्र० । दीर्घफलक पुं. (दीर्घफल + कन्) अगथियानुं आउ. दीर्घफला, दीर्घफलिका स्त्री. (दीर्घाणि फलान्यस्याः दीर्घफलसंज्ञायां कन् टाप् अत इत्वम्) खेड भतनी पीसी द्राक्ष, साज, ४तु. दीर्घबाला, दीर्घाबाली स्त्री. (दीर्घा बालाः केशा यस्याः स्वाङ्गत्वात् ङीष् / दीर्घबालाप्यत्रैव) यमरी गाय, यमरी भृण.
दीर्घबाहु पुं. (दीर्घश्चासौ बाहुश्च) सांजो जाडु, ते नामनो એક શિવનો અનુચર, તે નામે એક ધૃતરાષ્ટ્રનો પુત્ર.
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[ दीर्घपत्रा - दीर्घरसनी
(त्रि. दीर्घो बाहू यस्य) सांजा जाडुखोवाजा, भेना सांजा हाथ छे ते. (पुं. जै. प्रा. दोहबाहु) आवती ચોવીસીના ત્રીજા વાસુદેવ, આઠમા તીર્થંકરના ત્રીજા પૂર્વભવનું નામ.
दीर्घभद्र पुं. (जै. प्रा. दीहभद्द) संभूतिविश्यना शिष्य. दीर्घभुज त्रि. (दीर्घौ भुजौ यस्य) बांजी लुभवार्जु (पुं. दीर्घश्चासौ भुजश्च) ते नाभे खेड शिवनो अनुयर, सांजी लुभ
दीर्घमारुत पुं. (दीर्घः अधिकसमयव्यापी मारुतो निःश्वासवायुर्यस्य) हाथी.
दीर्घमारुती स्त्री. (दीर्घमारुत+ ङीष्) हाथी. दीर्घमुख त्रि. (दीर्घ मुखमस्य) सांजा मुजवाणु
(न. दीर्घं च तन्मुखं च) सांजु मुख. दीर्घमुखी स्त्री. (दीर्घं मुखमस्याः) छछु६. दीर्घमूल त्रि. (दीर्घं मूलमस्येति) सांजा भूणवायुं, भेनुं भूज बांधुं होय छे ते. (न. दीर्घं मूलमस्य दीर्घं मूलं वा) लांजा भूजवाणु-वनस्पति सभ्भजु, (पुं. दीर्घं मूलमस्य) खेड भतनुं जीबीनुं आउ, वनस्पति धमासी.. दीर्घमूलक पुं. (दीर्घमूल-संज्ञायां कन्) सांजो भूज
मूल स्त्री. (दीर्घ मूलमस्याः टाप्) शासिपर्थी नामनी વનસ્પતિ શ્યામ લતા.
दीर्घमूल स्त्री. (दीर्घः मूलमस्या ङीष्) वनस्पति धमासी'दुरालभा'
दीर्घयज्ञ पुं. (दीर्घः बहुकालव्यापकः यज्ञः) सांजो यज्ञ.
દ્વાપર યુગમાં થયેલ અયોધ્યાનો એક રાજા. (त्रि. दीर्घः बहुकालव्यापको यज्ञो यस्य) बांदा यज्ञवाणुं. दीर्घयाथ त्रि. (दीर्घकालेन याथः गन्तव्यः या
प्रापणे + कर्मणि थ) सांजा डाणे ४वा योग्य. दीर्घरत, दीर्घरद पुं. (दीर्घं रतं यस्य / दीर्धो रदौ यस्य )
लूंड, डु२, ईतरी.
दीर्घरद (पुं. दीर्घश्चासौ रदश्च) लांजी छांत. (त्रि. दीर्घाः :) aiu Eidlag. दीर्घरदी स्त्री. (दीर्घरद + ङीष्) लूंडा, डुम्री.. दीर्घरसन पुं. (दीर्घा रसना यस्य ) सूर्य (त्रि. दीर्घा
रसना यस्य) सांजी भभवामुं.
दीर्घरसना स्त्री. (दीर्घा चासौ रसना च) सांजी म. दीर्घरसनी स्त्री. (दीर्घा रसना यस्या ङीष् ) सर्पिएशी,
सापा..
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