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दीर्घतन्तु - दीर्घपत्रक ]
दीर्घतन्तु त्रि. (दीर्घाः तन्तवः स्तुतयः यस्य) ठेमनी स्तुति घाशी थाय छे, सेवा हेवाहिङ, पुष्ण स्तुतिवाणी દેવ વગેરે, લાંબા કાળ સુધી વ્યાપક સન્તતિવાળું. (पुं. दीर्घाः तन्तवः) बांजा तांताओ-छोराखो. दीर्घतपस् त्रि. (दीर्घं बहुकालव्यापकं तपोऽस्य) सांजाआज सुधीनां तयवाणुं. (पुं. दीर्घं बहुकालव्यापकं तपोऽस्य) અહલ્યાનો પતિ ગૌતમ, નામે ચંદ્રવંશી રાજા. (न. दीर्घं तपः) धनुं तप, घाशी तपस्या. दीर्घतमस् पुं. (दीर्घं तमः तमोगुणो यस्य ) (उतथ्य ઋષિનો પુત્ર, જે ગુરુના શ્રાપથી આંધળો થયો હતો. (त्रि.) सांजा अस सुधी ने तमोगुएा रहे खेवो पुरुष वगैरे. (न. दीर्घं तमः) गाढ अन्धार. दीर्घतरु पुं. ( दीर्घः तरुः ) ताउनु आउ, हर
यु
आउ आउ
दीर्घता स्त्री, दीर्घत्व न (दीर्घस्य भावः तल् टाप्त्व) संजार्ध-सांजापशुं.
दीर्घतिमिषा स्त्री. (दीर्घतिम+बाहुलकात् किषन् टाप्) डाडडी.
शब्दरत्नमहोदधिः ।
दीर्घतुण्ड न. ( दीर्घं च तत्तुण्डं च ) सांजुं भुज. ( त्रि. दीर्घं तुण्डं यस्य) सांजा भुजवाणुं. दीर्घतुण्डा स्त्री. (दीर्घं तुण्डमस्याः) ७६६२. दीर्घतृण पुं. (दीर्घं तृणमत्र) पल्लिवाह नामनुं तृा.
(न. दीर्घ तृणम्) सांजुं घास. दीर्घदन्त पुं. (जै. प्रा. दीहदन्त) 'अनुत्तरोपपातिसूत्र'ना प्रथभवर्गना छठ्ठा अध्ययननुं नाम, श्रेसिङ रामनी ધારણી રાણીના પુત્ર, જંબુદ્વીપના ભરતમાં આવતી उत्सर्पिलीमां थनार १०मा तीर्थ४२, खेड जैन मुनि दीर्घदण्ड, दीर्घदण्डक पुं. (दीर्धो दण्ड इव काण्डेन / दीर्घदण्ड+कन्) भेरंडानुं आउ, रोहिडानुं आउ, ताउनु
Dis.
दीर्घदण्डा, दीर्घदण्डी स्त्री. (दीर्घदण्ड + स्त्रियां टाप् /
दीर्घदण्ड + स्त्रियां ङीष्) गोरखमुंडी नामनी वनस्पति. दीर्घदशा स्त्री. (जै. प्रा. दीहदसा) खे नामनो खेड ग्रन्थ
दीर्घदर्शिता स्त्री. दीर्घदर्शित्व न. ( दीर्घदर्शिनो भावः तलु टाप्-त्व) द्दीर्घद्दर्शिपशु
दीर्घदर्शिन् पुं. (दीर्घं दीर्घात् वा पश्यति दश् + णिनि ) भाविभाव भएानार पति स हि धर्मं पुरस्कृत्य दीर्घदर्शी परं हितम् - महा० २।४८ । ४३ । गीध पक्षी, छ. (त्रि.) हूर हूर सुधी भेई शडनार, विचारशील.
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दीर्घदर्शिनी स्त्री. (दीर्घदर्शिन् + स्त्रियां ङीष्) गीध पक्षिशी. दीर्घदृष्टि पुं. (दीर्घ दृष्टिरस्य) भाविद्वार्थ भागनारो
પણ્ડિત, ગીધપક્ષી, દૂર સુધી જોઈ શકાય એવું એક यंत्र. (त्रि. ) हीर्घदृष्टिवाणुं. (स्त्री. दीर्घा दृष्टिः) लांजी ४२-दृष्टि.
दीर्घद्र, दीर्घद्रुम पुं. (दीर्घः द्रुः / द्रुमः) ताउनुं आउ शीमजानु आउ, हरोह अयुं वृक्ष. दीर्घनाद पुं. (दीर्घः नादः) सांजो शब्छ, सांजी नाह.
(पुं. दीर्घः नादो यस्य) शं. (त्रि. दीर्घः नादः यस्य) जांजा शब्दवाणुं, द्दीर्घ शब्द डरनार. दीर्घनाल पुं. (दीर्घ नालं यस्य) खेड भतनुं तृणयावनाल (न. दीर्घं नालमस्य) 'दीर्घरोहिषक' नाभनुं ता.
दीर्घनास त्रि. (दीर्घा नासा यस्य) लांजा नाहवाणुं. दीर्घनासा स्त्री. (दीर्घा चासौ नासा च) सांजु ना. दीर्घनिद्रा स्त्री. (दीर्घा निद्रा) बांजी निंद्रा, भरा, मृत्यु.
-सोऽद्य मत्कार्मुकाक्षेपविदीपितदिगन्तरैः । शरैर्विभिन्नसर्वाङ्गो दीर्घनिद्रां प्रवेक्ष्यति मार्कण्डेये ७ । १३ । 'अकाले बोधितो भ्रात्रा प्रियस्वप्नो वृथा भवान् । रामेषुभिरितीवासौ दीर्घनिद्रां प्रवेशितः- रघुवंशे । दीर्घनिःश्वास पुं. (दीर्घः निःश्वासः) सांजो निःश्वास. दीर्घपक्ष (पुं. दीर्घो पक्षौ यस्य) खेड भतनुं पक्षी
કલિંગ પક્ષી, લાંબી પાંખવાળું હરેક પક્ષી. (पुं. दीर्घश्चासौ पक्षश्च) लांजी पांज. दीर्घपक्षी स्त्री. (दोर्घपक्ष + स्त्रियां ङीष् ) लिंग पक्षिणी, લાંબી પાંખવાળી હોઈ પક્ષિણી.
दीर्घपटोलिका स्त्री. (दीर्घा पटोलिका) खेड भतनो
वेली, तुंजीनी बता.
दीर्घपत्र पुं. (दीर्घाणि पत्राण्यस्य) ससानुं आउ, धर्मनी એક જાતિ, તાડનું ઝાડ, એક જાતનું પીલુનું ઝાડ, એરંડાનું ઝાડ, નેતરનું ઝાડ, કેરડાનું ઝાડ, કેળનું झाउ, शेलडी -कान्तारस्तपसेक्षुश्च काष्ठेक्षुः सूचिपत्रकः । नैपालो दीर्घपत्रश्च नीलपोरोऽथ कोषकृत्-सुश्रुते ४५ 370 | gag, HELS.
दीर्घपत्र त्रि. (दीर्घाणि पत्राणि यस्य) सांजा पांडावाणुं. (न. दीर्घं च तत्पत्रं च) लांजुं पां. दीर्घपत्रक पुं. (दीर्घपत्र + कन्) राता बसरानुं झाड, એરંડાનું ઝાડ, કેરડાનું ઝાડ, હિજ્જલનું ઝાડ, समधूनुं आउ, शेवडी -सूचिपत्रो नीलपोरो नैपालो दीर्घपत्रकः । सु ( ते ४५ अ० ।
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