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शब्दरत्नमहोदधिः।
[आदिपुरुष-आदेशिन् आदिपुरुष पु. (आदौ पुरि-देहे वसति पुर् + उषन्) | आदीनव त्रि. (आ+दी+कर्तरि क्त आदीनस्य वानं
१. डि२७यगम, २. नाराय९, 3. माह पुरुष. प्राप्तिः) मी. ४ वश थई शत, प्रदेश पाभेल.. आदिपुरुष पु. (आदौ पुरि-देहे वसति पुर् उषन्) | आदीपक त्रि. (आदीपयति अन्यगृहमग्निना ५२नो अर्थ हुआ..
आ+दीप्+णिच्+ण्वुल) पा२४८ घरमा सा आदिभव पु. (आदौ भवति भू+अच्) 8२५याम, લગાડનાર, સળગાવનાર, ઉદ્દીપન કરનાર. विष्य.
आदीपन न. (आ+दीप्+णिच्+ल्युट) १.७६५न, आदिभव त्रि. (आदौ भवति भू+अच्) ५i यन२. ૨. ઘર વગેરેને શણગારવું તે, ૩. ચિત્રાકાર એક आदिम त्रि. (आदौ भवः आदि+डिमच्) ५२ न. म.
दीपन. -आदिमं पृथिवीनाथमादिमं निष्परिग्रहम् । आदिम
आदीपति त्रि. (आ+दीप्+णिच्+क्त) १. दीपावेद, तीर्थनाथं च ऋषभस्वामिनं स्तुमः ।। -सकलाऽर्हत्० ३ २. 412 5२८, 3. सते.४ ४२८. आदिमत् त्रि. (आदिरस्त्यस्य मतुप्) हियुत, साह आदीप्त त्रि. (आ+दीप्+णिच्+क्त) थोडं भाशेत. સીમાવાળું, કારણયુક્ત.
आदुरि त्रि. (आ+ह+अन्तर्भूतण्यर्थे कि) थी. जनार, आदिराज पु. (आदिः आद्यः राजा टच्) पृथु २००1.
डी. नामना२. आदिवराह पु. (आदिः आद्यो वराहः) विशुनो मे.
| आहत त्रि. (आ+ह+कर्तरि क्त) १. आह२ १३वा अवतार, १२४ अवतार.
२. सन्मान रेस, 3. पू. -आत्मानमादृतो रक्षेत् आदिविद्वस् पु. (आदिः आद्योऽखिलसम्प्रदाय
प्रमादाद्धि विनश्यति-पञ्च० प्रवर्तकत्वात् विद्वान्) १. माहि विद्वान,
आदृत्य त्रि. (आ+द+कर्मणि क्यप्) २६२. ४२al २. सivयायार्थ पिस.
યોગ્ય, માન આપવા યોગ્ય, પૂજવા યોગ્ય. आदिशक्ति स्त्री. (आदिः आद्या शक्तिः) १. ५२मे श्व२नी.
आदृत्य अव्य. (आ++कर्मणि ल्यप्) भान पान, માયારૂપ શક્તિ, ૨. દેવીની એક મૂર્તિ.
मा६२ रीने, पूछने. आदिशरीर न. (आदिः आद्यं शरीरम्) १. सायटिंग
आदृष्टि स्त्री. (आ+दृश्+क्ति) त्रीविमuni सोये दी.
दृष्टि શરીર, જે ભોગને માટે છે, ૨. અવિદ્યા નામનું ४॥२४- शरीर, 3. अथवा सूक्ष्म शरी२.
आदेय त्रि. (आ+दा+यत्) A९॥ ४२१. योग्य, माननीय, आदिश्य अव्य. (आ+दिश+ल्यप) १. ५ शन..
सवालाय.3.
आदेवक त्रि. (आ+दीव्यति आ+दिव्+ण्वुल्) २. हीन, 3. रीन.
२ आदिष्ट त्रि. (आदिश्+कर्मणि क्त) १. हु. ४३८.,
मेलनार, un..
आदेवन न. (आ+दिव+ल्युट) ॥२ प्रेसवार्नु टियुं, २. 64हेश. ४२८, 3. उद्दिष्ट, ४. व्या४२९८२॥स्त्र
જુગાર ખેલવો, જુગટું, જુગારનું સાધન પાસાં વગેરે. प्रसिद्ध स्थानी. १९l, ठेभ 3 इक्न स्थानमा यण
आदेश पु. (आ+दिश्+घञ्) १. 6५१२, २. ALSL, ४२२. छ ते, ५. मच्छिष्ट, 5. शिमामा मापद.. आदिष्ट न. (आदिश्+भावे+क्त) १. ALL, २. ०५:२२.
3. व्या४२९॥२॥स्त्र प्रसिद्ध आहे, - धातोः स्थान
इवादेशं सुग्रीवं संन्यवेशयत्-रघु०, १२।५८ आदिष्टिन् पु. (आदिष्टं व्रतादेशोऽस्त्यस्य इनि)
४. 6५हेशेल., ५. ALL, ४३स, 5. डेल.. -मङ्गलानहायारी.
देश-वृत्ताश्च भद्राण्यैक्षणिकैः सह- मनु० ९।२५८ आदिष्टिन् त्रि. (आदिष्टमनेन) माशा ७२॥२, महेश
आदेशक त्रि. (आदिशति आ+दिश्+ण्वुल्) ALL २॥२.
२२, ५० ४२२. आदिसर्ग पु. (आदिः सर्गः-सृष्टिः प्राकृतप्रलयोत्तरं
आदेशन न. (आ+दिश् भावे ल्युट) ९४ ४२वो. ते, प्रथमसष्टौ) साध स.टि. पडेली सष्टि
५२. ७२वी. त. आदीनव पु. (आ+दी+भावे क्त आदीनस्य वानं
आदेशिन् त्रि. (आ+दिश्+णिनि) 4. ४२८२, 6५१२ प्राप्तिः) १. होष, २. देश, हुम. -यद् 5२॥२. -कपोलपाटलादेशि बभूव रघुचेष्टितम् -रघु० वासुदेवेनादीनवमीरितम् - शि० २।२२
४६८, मतावाना२, सेनापति.
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