________________
घुमति
'घट्टण
घट्टणा
३ ४ ३४ प्रवाई में 4 48 # 43 44 4 4 4 है हैं हैं है है
गोयर-चञ्चूर्यते
(डंड) (पाणवह) (पृ ५६)
(अरि) (तिसरा) (अंदोलति)
(उज्जल) (उग्गविस)
(पृ ५६) (ववगय) (छड्डे) (पृ ५७) (छज्जिय) (पृ ५७)
(पाव) (साहसिक) (उक्किट्ठ) (उज्जल) (सिग्ध)
(पाव) (उग्गविस) (पृ ५७)
(कोह) (मोहणिज्जकम्म)
(रुट्ठ) (आसुरत्त)
१९६ : परिशिष्ट १ गोयर
(पृ ५५) घायण गोयर
(दुमपुफिया) घायण गोल
(दुमपुफिया) घायय गोवण
(गृहण)
घायय अथित
(पृ ५५) घिसरा -ग्रहगृहीत
(अणप्पज्झ) ग्रहण
(उवचार) घोर ग्राम
(नियोग) घोरविस ग्राम्यवचन
(पृ ५५) घोस "घट
(पृ ५६) चइय 'घटना
(मेलना) चए
(संवर) चएज्ज घट्टण
(पृ ५६) चंगेरिय
(एजणा) चंचल घट्टेइ
(उव्वत्तेइ)
(अच्छ) (पृ ५६) चंड
(आवहंति) चंड घडक
(अरंजर) चंड घडति
(क्रमति) चंडदंड घडिज्ज
(परिक्कमिज्ज) चंडविस घडितव्व
(पृ ५६) चंडाल घण
(पृ ५६) चंडिक्क घर
(भवण) चंडिक्क
(गाहा) चंडिक्किय घाइय
(हय) चंडिक्किय घाट
(पृ ५६) चंद घाडियय
(नायय) चंदलेस्सा घात
(पृ ५६) चक्ककमिहुणग घात
_ (दंड) चक्खु घाय
(पृ ५६) चञ्चूर्यते
चंड
चंड
घट्ट घट्ट
घड
(दोसिणा) (हत्थिक)
(मेढि) (चरति)
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org