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दक्खव - दडवड
वि. देखनेवाला, निरीक्षक | दक्खव संक [ दर्शय् ] दिखलाना, बतलाना । दक्खा स्त्री [द्राक्षा] दाख, अंगूर । दक्खायणी स्त्री [ दाक्षायणी] शिव - पत्नी । दक्खिण वि [दक्षिण] दक्षिण दिशा में स्थिति । निपुण, चतुर । हितकर, अनुकूल । दाहिना । 'पच्छिमा स्त्री [° पश्चिमा] दक्षिण और पश्चिम के बीच की दिशा, नैर्ऋत कोण । 'पुव्वा स्त्री [° पूर्वा ] अग्नि कोण | देखो दाहिण ।
दक्खिणत्त वि [ दाक्षिणात्य ] दक्षिण दिशा में
संक्षिप्त प्राकृत-हिन्दी कोष
उत्पन्न ।
दक्खिणा स्त्री [दक्षिणा ] दक्षिण दिशा । दक्षिण देश । धर्म-कर्म का पारितोषिक, दान, भेंट | कंखि व [काङ्क्षिन् ] दक्षिणा का अभिलाषी । 'यण न [न] सूर्य का दक्षिण दिशा में गमन । कर्क की संक्रान्ति से धन की संक्रान्ति तक के छः मास का काल । 'वध, वह पुं [पथ] दक्षिण देश । दक्खिणापुव्वा देखो दक्खिण-पुव्वा । दक्खिणिल्ल वि [दाक्षिणात्य ] दक्षिण में उत्पन्न या स्थित । दक्खिय वि [ दाक्षिणेय ] जिसको दक्षिणा
दिशा
दी जाती हो वह |
दक्खिण्ण न [ दाक्षिण्य ] मुलाहजा, मुरव्वत 1 उदारता । सरलता, मार्दव | अनुकूलता । दक्खु देखो दक्ख = दृश् । दक्खु देखो दक्ख = दक्ष ।
दक्खुवि [पश्य, द्रष्टृ] देखनेवाला । पुं. सर्वज्ञ, जिन देव |
दक्खु वि [दृष्ट] विलोकित । पुं. सर्वज्ञ, जिनदेव |
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पुं [पञ्चवर्णं] ज्योतिष्क देव - विशेष, एक ग्रह का नाम | 'पासाय पुं [प्रासाद] स्फटिक रत्न का बना हुआ महल | पिप्पली स्त्री. वनस्पति- विशेष । “भास पुं वेलन्धर नागराज का एक आवास पर्वत | मंचग पुं [ मञ्चक] स्फटिक रत्न का मञ्च | 'मंडव पुं [ मण्डप ] मण्डप - विशेष जिसमें पानी टपकता हो । स्फटिक रत्न का बनाया हुआ मण्डप । मट्टिया 'भट्टी स्त्री [ मृत्तिका ] पानीवाली मिट्टी | कला - विशेष । रक्खस पुं [° राक्षस ] जल- मानुष के आकार का जन्तुविशेष | य पुंन [° रजस्] उदक-बिन्दु, जल - कणिका । "वण्ण पुं [वर्ण] ज्योतिष्क ग्रह-विशेष | 'वारग, वारय पुं ['वारक] पानी का छोटा घड़ा | 'सीम पुं [ 'सीमन् ] वेलन्धर नागराज का एक आवास पर्वत । दग न [दक ] स्फटिक रत्न | सोयरिअ वि [ शौकरिr] सांख्य मत का अनुयायी । दच्चा देखो दा का संकृ. । |दच्छ देखो दक्ख =
दृश् । दच्छ देखो दक्ख = दक्ष | दच्छवि [] तीक्ष्ण, तेज ।
दझंत
दज्झमाण
दट्ठ वि [दष्ट] जिसको दाँत से काटा गया हो वह ।
दह = दह का कवकृ. ।
[दृष्ट] देखा हुआ, विलोकित । दतिय वि [दान्तिक ] जिसपर दृष्टान्त दिया गया हो वह अर्थ |
दट्टु देखो दक्ख = दृश् का संकृ. । दट्ठ वि [द्रष्टृ] दर्शक |
दट्टुआण
दग न [दक] पानी । पुं. ग्रह-विशेष, ग्रहाधिष्ठायक देव-विशेष । लवण-समुद्र में स्थित एक आवास पर्वत । 'गब्भ पुं [ 'गर्भ] बादल | 'तुंड पुं [' तुण्ड ] पक्षि - विशेष | ° पचवन्न | दडवड पुं [दे] घाटी, दर्रा, अवस्कन्द । जल्दी |
दट्ठूणं
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दट्ठ
दण
दक्ख = दृश् का संकृ. ।
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