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काल
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६. कालानुयोग विषयक प्ररूपणाएं
एकजीवापेक्षया
नानाजीवापेक्षया
उत्तर प्रकृति
उत्तर प्रकृति
मूल प्रकृति ध.१५/१४१
ध.१३/१४१
मूल प्रकृति ध.-१५/११६-१३० ध. १५/१९७-१६१
ध.१३/११६-१३० ध. १५/१५७-१६१
विषय | विषय | पद विशेष २ | स्थिति ज. उ. पद
भुजगारादि हानि-वृद्धि
भंगापेक्षा ज. उ. ३ अनुभाग ज. उ. पद
भुजगारादि हानि-वृद्धि
भंगापेक्षा ज.उ. पद ४ प्रदेश ज. उ. पद
भुजगारादि हानि-वृद्धि | भंगापेक्षा ज उ. पद
ध. १५/२०५-२०८ ध. १५/२३५
ध.१६/१६०-१६६ घ.१५/२३२-२३३
ध. १५/२६१ ध. १५/२६१
ध. १५/२६१ ध.१५/२६१ ध. १५/२७३-२७४
१०. अष्टकर्मके चतु: उदय सम्बन्धी ओध आदेश प्ररूपणा
ध, १५/२८५
ध. १५/२८८
घ, १५/२८५
ध. १५/२८८
१। प्रकृति जघन्य उत्कृष्ट पद ।
भुजगारादि पद हानि वृद्धि पद
वृद्धि पद |२| स्थिति जघन्य उत्कृष्ट पद
भुजगारादि पद हानि वृद्धि पद
वृद्धि पद ३ अनुभाग जघन्य उत्कृष्ट पद
भुजगारादि पद हानि वृद्धि पद
वृद्धि पद ४ प्रदेश । जघन्य उत्कृष्ट पद ।
भुजगारादि पद हानि वृद्धि पद वृद्धि पद
ध. १/२६२ ध.१५/२६४ घ. १५/२६४ ध.१/२६४ ध. १५/२६६ घ.१५/२६६ ध. १५/२६६ घ. १५/२६६ ध. १५/२६६ ध. १५/२६६ ध. १५/२६६ ध. १५/२६६
ध. १५/२६५ ध. १५/२६५ ध १५/२६५ ध, १५/२६५ ध. १५/२६६ ध, १५/२६६ ध. १५/२६६ घ. १५/२६६ घ. १५/३०६ ध. १३/३२६
ध.१५/२६१ ध. १५/२६४ ध. १५/२६४ ध. १५/२६४ ध. १५/२६६ ध. १५/२६६ ध.१५/२६६ ध.१५/२६६ ध. १५/२६६ ध.१३/२६६ ध. १५/२६६ ध. १५/२६६
ध. १६/२६५ ध.१५/२६५ ध.१५/२६५ घ.१५/२६५ घ. १५/२६६ ध.१५/२६६ घ. १५/२६६ ध, १५/२६६ ध. १६/३०६ ध, १५/३२५-३२६
११. अष्ट कर्मके चतु:भप्रशस्तोपशमना सम्बन्धी ओघ आदेश प्ररूपणा
१। प्रकृति । जघन्य उत्कृष्ट पद |
भुजगारादि पद
वृद्धि हानि पद स्थिति जघन्य उत्कृष्ट पद
भुजगारादि पद
वृद्धि हानि पद ।३ अनुभाग जघन्य उत्कृष्ट पद
भुजगारादि पद
वृद्धि हानि पद |४| प्रदेश जघन्य उत्कृष्ठ पद
भुजगारादि पद | वृद्धि हानि पद |
ध. १५/२७७ ध. १५/२७७ ध. १५/२७७ ध. १५/२८१ ध. १५/२८१ ध.१५/२८१ ध. १५/२८२ ध. १५/२८२ घ. १५/२८२ ध. १५/२८२ ध. १५/२८२ ध.१५/२८२
ध १५/२७८-२८० ध.१९/२७८-२८० ध.१५/२७८-२८० ध. १५/२८१ ध १/२८१ ध. १५/२८१ ध. १५/२८२ ध. १५/१८२ ध. १५/२८२ घ. १५/२८२ ध. १५/२८२ ध. १४२८२
घ. १५/२७७ घ. १५/२७७ ध. १५/२७७ घ. १५/२८१ घ. १५/२८१ ध.१५/२८१ ध. १५/२८२ घ. १५/२८२ ध १५/२८२ ध. १६/२८२ घ १५/२८२ ध. १५/२८२
ध.१६/२७८-२८० ध.१४/२७८-२८० ध. १५/२७८-२८० घ. १५/२८१ ध.१५/२८१ ध, १५/२८१ घ. १५/२८२ व.१५/२८२ घ. १५/२८२ ध. १५/२२ ध.१४२८२ ध. १५/२८२
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