________________
७४
छाक
छाक अ. दे. 'छक' 1511
छिनक स. देश (* छिन; दे. इआले 5044) छाज अ. भव ( सं. छद् प्रा. छज्ज् ; दे. इआले छिड़कना; साँस के साथ नाक का मल बाहर
4982 तथा 5025 ) फबना; सुशोभित होना; निकालना. गुज. छीण 'छीलना' 1527
स. छाजन तैयार करना. गुज. छाज 1512 छिप अ. देश. (* छिप्प; दे. इआलें 4994) छाड़ स. भव (सं. छूद् प्रा. छडूड्; दे. इआले आड़ या परदे में होना; दृश्य न होना. गुज. ___4998) छोड़ना. गुज. छाँड 1513 छूप; छीप 'शमित होना' 1528 । छान स. देश. (अ. व्यु. दे. पृ. 117, हि. छींक अ. ना. अनु. भव (सं; छिक्का संज्ञा;
दे. श.)आटे आदि का मोटा अंश छलनी प्रा. छिक्का; छिक्क् ; दे. इआलें 5032)
से निकालना; खोजना. गुज. छण 1514 नथुनों में से भीतर की वायु का वेग आवाज छाप स. देश (* छप्प: दे. इआले 4994) के साथ बाहर आना. गुज. छींक; तुल. गुज. ठप्पा, मुहर, अक्षर आदि का चिहून स्याही छींकणी 'सुँघनी' 1529 या रंग के योग से कागज़ आदि पर उतारना; छींट स. देश. (* छिटूट; दे. इआलें 5035) छापकर प्रकाशित करना. गुज. छाप; तुल, छितराना, बिखेरना. 1530
गुज. छापो संज्ञा; 'छापनेवाला' 1515 छी स. भव (सं. छिद्: दे. इआले 5041 ) *छार स. ना. भव (सं. क्षार संज्ञा; प्रा. खार फटना, थकना 1531
दे. इआलें 3674 ) पूरी तरह से जलाकर राख * छीअ स. दे. 'छू' 1532 करना. तुल. गुज. खार संज्ञा 1516
छीछ अ. देश. क्षीण होना 1533 छाल स. ना. देश. छानना; साफ करना 1517
छीज अ. भव (सं. छिद् ; प्रा. छिज्ज् ; दे. छाव स. दे. 'छा' 1518
इआले 5042 ) उपयोग आदि के कारण छिछ स. देश. चाहना; इच्छा करना 1519 क्षीण होना; हानि होना 1534 छिडा स. देश. छीन लेना 1520
छीत स. भव (सं. छिद् प्रा. छित्ति संज्ञा; दे. छिछकार स. अनु. छिड़कना 1521
इआले 5037) बिच्छू, भिड़ आदि का डंक छिछया स. ना. अनु. धृणा करना: निंदा करना. मारना; चोट पहुंचाना 1535 तुल. गुज. छि छि संज्ञा 1522
छीन स. ना. भव (सं. छिन्न विशे. छिद् प्रा. छिटक अ. देश. बिखरनाः चाँदनी आदि का छिण्ण; दे. इआले 5047) छिन्न करना;
फैलना. तुल. गुज. छिटकोर स. 1523 किसीके हाथ से कोई वस्तु बलात् ले लेना. छिड़क स. देश. (* छिट; दे. इआलें 5035) गुज. छीन 'छेदना', छीनव 1536
जल या दूसरे द्रव द्रव्य के छीटें फेंकना; *छीव स. दे. 'छू' 1537
न्योछावर करना. तुल. गुज. छाँट 1524 छुछुआ अ. ना. अनु. छछूदर की तरह छू-छू' छितर अ. देश. (दे. पृ. 68, दे. श. को.) करते फिरना; बेकार भटकना. तुल. गुज. छु छु बिखरना, फैलना. गुज, छीत 'छिदरे जल में संज्ञा 1538
जहाज का जमीन से चिपकना' 1525 छुनछुना अ. अनु. 'छुन-छुन' आवाज़ पैदा छितरा अ. दे. 'छितर' 1526
करना 1539
For Private & Personal Use Only
Jain Education International
www.jainelibrary.org