________________
1541
हिन्दी-गुजराती धातुकोश छप अ. देश. ( * छुप्प; दे. इआले 5058) पृ. 333, पा. स. म.) लड़कों का कोई काम __ छिपना. गुज. कूप, छिपा 1540
करने के लिए मचलना; स. किसीको छैलाने छुलक अ. अनु. थोड़ा थोड़ा करके पेशाब करना में प्रवृत्त करना 1554
छोप स. देश (* छोप्प; दे. इआले 5058) छुलठुला अ. दे. 'छुलक' 1542
किसी चीज़ की लुगरी का लेप करना; ढकना छुहा अ. दे. 'छोह' स्नेहयुक्त होना; रंगा 1555 जाना; स. रंगवाना 1543
*छोप अ. भव (सं. क्षुभ्; छुभ् ; दे. इआले छू स. भव (सं. छप् ; प्रा. छन् ; दे. इआले 3721 ) क्षुब्ध होना. तुल. गुज. छोभ संज्ञा
5055) स्पर्श करना; चीज़ से सट जाना; 1556 किसीके पास पहुँचना. गुज. छू 1544 छोर (1) स. भव (सं. क्षुर् ; दे. इआले छूट अ. भव (* क्षुद्; प्रा. छुट्ट विशे; दे. 3753) काटना. अपहरण करना, गुज. खोर इआले 3707 ) बंधन दूर होना; रवाना होना. हिलाना, ऊपर-नीचे करना.' छोर 'खोदना' गुज. छूट 1545
(2) स. भव (सं. छुर् ; दे. इआले 5066) छेक स. ना. भव (छेद संज्ञाः सं. छिदः प्रा. मुक्त करना. छोडना 1557
छेअ संज्ञा; दे. इआलें 5c64) घेरना; अक्षर छोल स. देश. (* छोल्ल, प्रा. छोल्लू ; दे. आदि काटना, रोकना. गुज. छेक; तुल. गुज. इआले 5073 ) छीलना, खुरचना. गुज. छोल
छेको 'छे कने के लिए खींची हुई लकीर' 1546 1558 छेक स. दे. 'छेक' 1547
छोह अ. देश. प्रेम करना; विचलित होना 1.559 छेड़ स. देश. (* छेड; दे. इआले 4794) छोहा अ. दे. 'छोह' 1560 हँसाने, चिढाने के लिए उँगली आदि से छूना; छौंक स. अनु. (दे. पृ. 316, मा. हि. को - 23 आरंभ करना. गुज. छेड 1548
प्रा. छमक्क; ह. भा.) दाल, तरकारी को सुगंछेत स. भव (सं. छिन् ; प्रा. छेत्ता विशे; दे. धित या सौंधा करने के लिए उसमें जीरे,
इआले 5063) तोड़ना, कुचलना 1549 मिर्च, हींग आदि से मिला हुआ कड़कड़ात्य छेद स. ना. भव (छेद संज्ञा; सं छिद: प्रा. घी या तेल छोड़ना; बघारना; हिंसक प्राणी छिदिय विशे; दे. इआलें 5043) छेद करना; का शिकार के प्रति बढ़ना 1561 धाव करना. गुज. छेद 1550
जंता अ. ना. भव (जाँता संज्ञा; सं. यंत्र संज्ञाः छेर अ. देश. (* छकर; दे. इआलें 4955) प्रा. जत; दे. इआले 10412) जाँते आदि
अपच होना. गुज, छेर 'पतला दस्त होना' से दबकर पीसा जाना; कुचला जाना. तुल, गुज. 1551.
जंतरडु, जंतरडो संज्ञा 1562 छेव स. भव (सं. छिद् प्रा. छे; दे. इआले जंत्र स. ना. अर्धसम (सं. यंत्र) जंत्र- ताला
5067 ) चीरा करना, काटना 1552 लगना; बाँध रखना; स. यंत्रणा देना. तुल. *छैल अ. दे. 'छैला' 1553
गुज. जंतर संज्ञा 'तांत्रिक आकृति' 1563 छैला अ. ना. देश. (छैल संज्ञाः प्रा. छइल्ल; दे. *जंप स. भव (सं. जल्प् ; प्रा. जप्प् ; दे.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org