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संदर्भ-सूची
२२३.
भाषा-व्याकरण
---कवि रत्नजित, विद्या, गुज. युनि., अहमदाबाद, 1972 [इस पद्य-व्याकरण में कविशिक्षा के हेतु धातुपाट दिया गया है। वर्गीकरण के आधार धातुओं के अंत्य
अक्षर हैं।] भीलीः भाषा, साहित्य और संस्कृति
-नेमीचंद जैन, हीराभैया, इन्दोर, 1964 भोजपुरी और हिन्दी का तुलनात्मक व्याकरण
-शुकदेव सिंह, नीलाभ, इलाहाबाद, 1968 [धातु तथा क्रियापदेां की विस्तृत चर्चा आठवें अध्याय में सुलभ है।] भोजपुरी भाषा और साहित्य
- उदयनारायण तिवारी, बिहार गष्ट्रभाषा, पटना, 1954 [छठे अध्याय में क्रियापद नाम से भोजपुरी धातुओं-क्रियाओं का वैज्ञानिक अध्ययन हुआ है। वर्गीकृत
धातुपाठ भी उल्लेखनीय है। व्रजभाषा
-धीरेन्द्र वर्मा, हिन्दुस्तानी एकेडेमी, इलाहाबाद, 1954 नवम प्रकरण में 'क्रिया' नाम से व्याकरणिक चर्चा सुलभ है।] व्रजभाषा और खडीबोली का तुलनात्मक अध्ययन
-कैलाशचन्द्र भाटिया, सरस्वती, आगरा, 1962 - [भाग-2 के 'रूपविचार' नामक दूसरे प्रकरण में क्रियाविषयक व्याकरिणक चर्चा की गई है।] मगही भाषा और साहित्य
-सम्पत्ति आर्याणी, बिहार राष्ट्रभाषा, पटना, 1976 [पुस्तक के प्रथम खण्ड में 'क्रिया' नाम से क्रियारूपों की संक्षिप्त सूची दी गई है। अपभ्रंश तथा मगही
रूप देकर उनके हिन्दी अर्थ दिए गए हैं।] मथुरा जिले की बोली
-चंद्रभाण गवत, हिन्दुस्तानी एकेडेमी, इलाहाबाद, 1967 मध्य पहाडी का भाषाशास्त्रीय अध्ययन
--गोविन्द चातक, राधाकृष्ण, दिल्ली, 1966 ... 'क्रियापद' प्रकरण में कुछ गढ़वाली धातुएँ संस्कृत रूपों के साथ दी गई है। धातुओं की अन्य सूचियाँ
भी दृष्टव्य मालवी - एक भाषाशास्त्रीय अध्ययन
–चिन्तामणि उपाध्याय, 1960 मालवी की उत्पत्ति और विकास
-बंसीधर, बेनी प्रसाद, इलाहाबाद, 1973 [प्रकरण 9 में 'क्रियापद' के अंतर्गत मालवी धातुओं की संक्षिप्त सूची; संस्कृत, मालवी तथा विकरण-रूपे के साथ।
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