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शोभायात्राएँ, सार्वजनिक सभाएँ, सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं विद्यालयों में निबन्ध प्रतियोगिताओं के अतिरिक्त निम्नलिखित कार्यक्रम सम्पन्न हए या सम्पन्न कराये जा रहे हैं:--
(१) अलीगढ़ नगर में उपाध्याय मुनि श्री विद्यानन्द स्वाध्याय भवन का रु०१,२५,०००/- की लागत से निर्माण ।
(२) अलीगढ़ नगर के मुख्य मार्गों पर शिलालेखों तथा बोंडस का लगाना ।
(३) सासनी में महाकवि दौलतराम कक्ष का निर्माण । इसके लिए रु. ५,५००/- का जैन साहित्य क्रय किया गया है।
(४) सासनी में रु० ५०,०००/- की लागत से महावीर धर्मशाला का निर्माण (रु० ३५०००/- एकत्र हो
चुका है )
(५) हाथरस में रु. ७०,०००/- की लागत से महावीर पुस्तकालय का निर्माण । (६) हाथरस में पशु चिकित्सालय का निर्माण । (७) सिकंदराराऊ में महावीर पार्क का निर्माण । (८) साहित्य का प्रकाशन (i) वर्द्धमान प्रभु महावीर
(ii) तीर्थकर महावीर-जीवन और सिद्धान्त (हिंदी एवं अंग्रेजी में) । पद्म शतक (काव्य), सूक्ति तथा भ० महावीर स्मारिका प्रकाशनाधीन हैं।
(९) १९-२४ फरवरी १९७५ को जिनेन्द्र पंच कल्याणक महोत्सव अलीगढ़ में बड़े भव्य रूप में मनाया गया। १५-२५ जुलाई १९७५ को श्री सिद्ध चक्र विधान एवं भ. महावीर देशना समारोह सासनी में मनाया गया जिसका उद्घाटन राज्य समिति के उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मी रमण आचार्य ने किया।
___ लगभग १६ जैन शिक्षा एवं धर्मार्थ संस्थाएं पहिले से ही इस जनपद में सार्वजनिक सेवा के कार्य में रत हैं । आगरा
अध्यक्ष:-श्री जगत नरायन प्रधान, जिला अधिकारी
(१) भ० महावीर के निर्वाण दिवस, दीक्षा दिवस, महावीर जयन्ती, केवलज्ञान तथा देशना दिवस के कार्यक्रम लगभग रु. ६०,०००/- के व्यय से बड़े भव्य रूप में मनाये गये।
(२) २७ जनवरी से ५ फरवरी १९७५ तक लगभग रु० ८०,०००/- के व्यय से आगरा में पंच कल्याणक महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया ।
(३) १५ मार्च १९७५ तथा १० जून १९७५ को धर्मचक्र के आगमन, शोभायात्राओं एवं सभाओं का आयोजन किया गया।
(४) शाहगंज आगरा में श्री दि० जैन चैत्यालय का निर्माण किया गया । (५) महावीर जयन्ती पर “समण सुत्तं” ग्रन्थ का विमोचन किया गया । (६) महावीर जयन्ती पर 'श्री महावीर दि० जेन होम्योपैथिक" औषधालय की स्थापना की गई।
कर्याधीन योजनाएं-(i) महावीर उद्यान, पुस्तकालय, वाचनालय, शिक्षालय, पक्षी अस्पताल एवं कीर्ति स्तम्भ का निर्माण । (इस योजना के कार्यान्वयन के लिए एक भ० महावीर स्मारक समिति, आगरा का गठन कर दिया गया है । भूमि के लिए शासन से प्रयास किया जा रहा है)
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