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________________ ९० ] ख–६ लाला नेमीचन्द जैन मीतल - आप १९३० के आन्दोलन में महेन्द्र जी के साथ कांग्रेस विज्ञप्ति के प्रकाशन का कार्य करते थे । 'आगरा पंच' के प्रकाशक भी रहे। वार्ड कांग्रेस कमेटी के कई बार अधिकारी व कांग्रेस कमेटी के मेम्बर रहे । १९४२ के आंदोलन में 'आजाद हिन्दुस्तान' और कांग्रेस की विज्ञप्तियाँ प्रकाशित की थीं। आप उन १४ आदमियों में से एक हैं जिन पर आगरा षडयन्त्र बम्ब केस चलाया गया था। किये गये और फतेहगढ़ जेल भेज दिये गये। आप २ साल के लगभग जेल में रहे। दिसम्बर १९४२ में गिरफ्तार श्री गोविन्द दास जैन - आप ने भी १९४२ के आंदोलन में भाग लिया था और श्री नेमीचन्द्र के सहयोगी थे । आप को २ माह नजरबन्द रखा गया । श्री बंगाली मल जैन - १९४२ में पुलिस ने आप को नजरबन्द किया था, संबोटेज आदि के केस में फांसा था। कांग्रेस मिनिस्ट्री आने पर आप छोड़ दिये गये । बाबू मानिकचन्द जैन - १९३० के आंदोलन में आप को ६ मास की सजा हुई थी तथा १९४१ में इस जुर्म में नजरबन्द किये गये कि 'आजाद हिन्दुस्तान' के काम में सहयोग देते रहे, ११ मास तक नजरबन्द रहे। आप बार्ड कांग्रेस कमेटी के सदस्य रहे । बाबू कपूर चन्द जैन- आपने १९३० में अपने महावीर प्रेस से 'हिन्दुस्तान समाचार' नामक राष्ट्रीय अखबार निकाला था। इस अंक के निकलने के बाद आप से २०००) ६० की जमानत मांग ली गयी तथा प्रेस से भी जमानत मांग ली गई। आप ने जमानत न देकर लगभग ६ मास तक अपना प्रेस बन्द रखा, १९४२ के आंदोलन में भी आप के प्रेस को 'आजाद हिन्दुस्तान' प्रकाशित करने के शक में बन्द कर दिया गया और २ साल तक बंद रखा गया। आप आंदोलन की हर कार्यवाही में पूरा-पूरा सहयोग देते थे। बाबू निर्मल कुमार जैन-आप को सरकार ने १९४२ के आंदोलन में रोक्सी सिनेमा में बम्ब रखने के सन्देह में गिरफ्तार किया था। काफी समय तक जेल की हवालात भोगी । बाबू गोर्धनदास जैन आप १९३० के आंदोलन में जैन सेवा मण्डल के उपमंत्री थे। मंडल ने यह निश्चय किया था कि मंदिरों में खादी के वस्त्र पहिनकर लोग दर्शन करने जावें तथा खादी के वस्त्र ही वहाँ इस्तेमाल हों । आपने इस कार्य के लिए सत्याग्रह तक किया । १९४० के आंदोलन में भी आपने काफी भाग लिया था । १९४२ के आंदोलन में तो पुलिस ने आपको इस अभियोग में कि आप गुप्त रीति से आंदोलन का संचालन करते हैं तथा 'आजाद हिन्दुस्तान' का प्रकाशन और संपादन करते हैं, निरफ्तार कर लिया। डेढ़ साल तक नजरबन्द रखा गया । आप वार्ड एवं जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं पदाधिकारी भी रहे हैं । - बाबू किशन लाल - १९३० के आंदोलन में आप को कारावास हुआ हार्डी बम्ब केस के आप भी । अभियुक्त रहे। आप १९४० के आंदोलन में नजरबन्द किये गये, फिर १९४२ में आप को ९ अगस्त से पूर्व ही क्रान्तिकारी होने के कारण पुलिस ने नजरबन्द कर दिया था तथा लगभग २ साल बाद आप को छोड़ा। बाबू चिम्मन लाल – आप को १९४२ के आंदोलन में ध्वंसात्मक कार्य करने के अपराध में गिरफ्तार किया गया था। जब केस साबित नहीं हो सका तो नजरबन्द कर दिया गया। आप को सरकार ने क्रान्तिकारी माना था । आप वार्ड कांग्रेस कमेटी के उत्साही कार्यकर्ता रहे । श्री श्यामलाल सत्यार्थी — आपको १९३० के आंदोलन में ६ मास की कड़ी सजा हुई थी। आप की पत्नी तथा पुत्र इसी बीच में स्वर्ग सिधार गये थे। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012057
Book TitleBhagavana Mahavira Smruti Granth
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJyoti Prasad Jain
PublisherMahavir Nirvan Samiti Lakhnou
Publication Year1975
Total Pages516
LanguageHindi
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size16 MB
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