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ख-६
[ ७३ आर्यमंखु
-कसाय पाहुड (प्रा.) नागहस्ति
२री शती ई० यतिवृषभ
–कसायपाहुड के चूणिसूत्र (प्रा.), तिलोयपण्णति (प्रा.),
करणसूत्र (प्रा.) पात्रकेसरि स्वामि (अहिच्छत्रा)
-विलक्षणकदर्थन (सं०), पात्रकेसरि स्तोत्र (सं.) मानतुंगाचार्य (कान्यकुब्ज)
-भक्तामर स्तोत्र (सं०) जोइन्दु (योगीन्दुदेव)
ल० ७०० ई० -परमात्म प्रकाश (अप०), योगसार (अप०) धनञ्जय
-राघव-पांडवीय-द्वियधानकाव्य (सं०), अनेकार्थ
नाममाला (सं०) स्वयंभू (कान्यकुब्ज-मूलतः) ल० ८०० ई० -रामायण (अप०), रिट्ठनेमिचरिउ (अप०), नागकुमार
चरिउ (अप०), स्वयंभू छन्द (अप०) वाक्पति (कान्यकुब्ज)
-गोडबहो (अप०) हरिचन्द्र
ल० ९०० ई० -धर्मश भ्युदय (सं०), जीवन्धर चम्पु (सं०) गोविन्द कवि .
-कथारत्न समुद्र (सं.) अमितगति प्रथम (माथुरसंघी)
-योगसार प्रांभृत (प्रा०) जयराम
-धर्मपरीक्षा (प्रा.) सोमदेव
ल० ९६० ई० –नीतिवाक्यामृत (सं०), महेन्द्र-मातलि-संजल्प (सं०),
., कन्नौज में रचे-जाने की संभावना, अन्य-ग्रन्थ दणिक्ष में
रचे। धनपाल (संकिसा)
ल० १००० ई० –पाइलच्छीनाममाला (प्रा.), तिलकमंजरी (सं०),
"आदि . . रामसिंह मुनि
-दोहापाहुड़ (अप०) वाग्भटकवि (अहिच्छत्रा)
-नेमिनिर्वाणकाव्य (सं०) कनकामर मुनि
१०६० ई० -करकंडुचरिउ (अप०), यदुचरिउ (अप०) रामसेन
१०७७ ई० -तत्त्वानुशासन (सं०) श्रीधर कवि
११३२-७३ ई० - -पाननाथ चरित्र, वर्धमान चरित्र, चन्द्रप्रभचरित्र,
शान्तिनाथ चरित्र, सुकुमाल चरित्र, भविष्यदत्त-चरित्र
सब अप० धनपाल पल्लीवाल
१२०४ ई० -तिलकमंजरी कथासार (सं.) गोकर्ण (चन्द्रवाड)
ल० १२५० ई० -सूपकार सार (सं०) प्रभाचन्द्र भट्टारक ल० १२९०-१३६० ई० -भगवती आराधना टीका (सं०), उपासकाध्ययन (सं०) जिनप्रभसुरि
ल० १२९५-१३३३ ई० -विविधतीर्थकल्प (सं० प्रा०) आदि अनेक ग्रंथ गंधर्वकवि-पंडित ठक्कर
१३०८ ई० -यशोधर चरित्र (अप०), उपदेशरत्नमाला (अप०) कवि घेल्ह
१३१४ ई० -चउबीसीगीत (हि.) ठक्कर फेरु
१३१५ ई० –वास्तुसार, ज्योतिषसार गणितसार, द्रव्य परीक्षा, रत्न
- परीक्षा, आदि (सं०) (मुख्यतः दिल्ली में रहें)
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