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साधारुकवि (झांसी जि०)
१३५४ ई० -प्रद्युम्नचरित्र (हि.) पद्मनंदि भट्टारक (चन्द्रवाड) ल० १३६०-९५ ई० -श्रावकाचार सारोद्धार (सं०), अन्य अनेक रचनाएँ नेमिचन्दकवि (माथुरसंघी) ल. १३७५ ई० -रविव्रतकथा (अप०) कमलकीति (चन्द्रवाड)
१३८६ ई० -अठारहनाते की कथा (हि.) जयमित्र हल्ल
१३८८-१४२५ ई० -वर्धमान काव्य, श्रेणिक चरित्न, मल्लिनाथ काव्य
सब अप० धनपाल पुरवाड (चन्द्रवाड)
१३९७ ई० –बाहुबलि चरित्र (अप०) हरिचन्द कवि
ल० १४०० ई० -पुण्यास्रवकथाकोश, वर्धमानकाव्य, श्रेणिक चरित्र
सब अप० लक्ष्मण कवि
-नेमिनाथ चरित्र (अप०) असवाल कवि
१४२२ ई० –पार्श्वनाथ चरित्र (अप०) रईधु महाकवि
ल० १४२३-५८ ई० -मूलतः ग्वालियर के थे, पचासों ग्रन्थों के रचयिता,
जिनमें से कई उ० प्र० में चन्द्रवाड आदि में रचे । विनयचन्द्रमुनि
ल० १४२५ ई० -इष्टोपदेश टीका (सं०) यशःकीर्ति भट्टारक ल० १४३०-५० ई० –मूलतः ग्वालियर के, अनेक रचनाएँ, उ० प्र० में भी
रहे और रचनाएँ की। प्रभाचन्द्र (काष्ठासंघी)
१४३२ ई० -पंचकल्याण पूजा (सं०), तत्त्वार्थ रत्न प्रभाकर (सं०) साधारण ब्रह्म (काष्ठासंघी) १४३५-५० ई० -पुरानी हिन्दी में रचित लगभग दस व्रतकथाएँ विजयासिंह बुध
ल० १४४५ ई० -अजितनाथ पुराण (अप०) पदमु कवि
ल० १४५० ई० -ध्यानामृत रास (हि.) बुध रल्हण
-प्रद्युम्नचरित्र (अप०) विमलकीति
-सुखसम्पत्तिविधान कथा (अप०) तेजपाल बुध
-वरांगचरित्र, संभवजिन चरित्र, संगीतसार-सब अप० गुणभद्र भट्टारक (काष्ठासंघी) ल० १४६३-१५२३ ई० -अप० में अनेक ब्रतकथाएँ रची। पुण्यदत्त
-सुकुमाल चरित्न (अप०) श्रीधर कवि
१४७३ ई० -भविष्यदत्त पंचमी कथा (अप०) कमलकीर्ति
१४८८ ई० -तत्त्वसार टीका (सं०) विद्याभूषण
ल. १५०० ई० -भविष्यदत्तरास, वसन्तनेमि फाग गंगादास पंडित
-महापुराण रास विनयचन्द्र भट्टारक
–अनेक व्रतकथाएँ, रासा काव्य और पूजाएँ प्रतापकीर्ति
१५१४ ई० -श्रावकाचार रास कवि चतुरु
-नेमीश्वर गीत कवि ठकुरसी
१५२३-२८ ई० -कृष्णचरित्र, पंचेन्द्रिय बेल, नेमिसुर की बेल,
मेघमाला ब्रत कथा गौरवदास
१५२४ ई० -यशोधर चरित्र कर्मचन्द
ल०१५२५ ई० -मृगावती चोपपाई
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