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विद्यालय मंत्री श्री सरदारमलजी कांकरिया ने अपने स्वागत भाषण में एक डेन्टल कॉलेज एवं एक उच्चस्तरीय तकनीकी कॉलेज के निर्माण की भावना व्यक्त की। श्री हरकचंदजी कांकरिया ने कॉलेज हेतु तत्काल एक करोड़ रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की। इसी प्रकार डेन्टल कॉलेज हेतु भी एक गुप्त नाम से एक करोड़ रुपये के अनुदान का आश्वासन प्राप्त हुआ। यह गुप्त नाम सभा के अभिन्न अंग श्री सुन्दरलालजी दुगड़ का है।
सभा ने इस सार्वजनिक घोषणा के लिए श्री हरखचन्दजी कांकरिया का शॉल ओढ़ाकर एवं मनोहारी विघ्न विनाशक श्री गणेशजी की प्रति भेंट कर अभिनन्दन किया।
सभा के समर्पित एवं कर्मठ सेवाभावी कार्यकर्ता श्री रिखबदासजी भंसाली एवं अभिन्न सहयोगी श्री सुन्दरलालजी दुगड़ का भी इस अवसर पर भव्य स्वागत किया गया।
अत्यन्त लगनशील, निष्ठावान कार्यकर्ता श्री भंवरलालजी का मरणोपरान्त अभिनन्दन उनके सुपुत्रों ने स्वीकार किया, यह क्षण अत्यन्त मार्मिक एवं भाव प्रवण था।
इस अवसर पर आगम अहिंसा प्राकृत एवं समता संस्थान के शोधाधिकारी डॉ. सुरेशजी सिसोदिया को जैन आगमों में शोध के लिए शॉल ओढ़ाकर अभिनन्दन-पत्र समर्पित किया गया।
इस अवसर पर 'शिक्षा एक गौरवपूर्ण दशक' स्मारिका का लोकार्पण सांसद श्रीमती सरला माहेश्वरी ने किया। इस भव्य संग्रहणीय एवं पठनीय स्मारिका का सम्पादन प्रधान सम्पादक श्री भूपराजजी जैन एवं उनकी टीम ने किया तदर्थ सभा की ओर से हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापन।
इस कार्यक्रम के संयोजक श्री रिधकरणजी बोथरा एवं श्री ललितजी कांकरिया थे।
इस अवसर पर सभा, हावड़ा विद्यालय एवं हॉस्पीटल के सच्चे हितैषी श्री बादल बोस का मरणोपरान्त अभिनन्दन उनके सुपुत्र श्री अरिन्दम बोस ने ग्रहण किया। श्री हरकचंदजी कांकरिया जैन विद्यालय, जगतदल :
सम्प्रति ६०० छात्र-छात्राएँ अध्ययनरत हैं। कक्षा १० की मान्यता के लिए जो आवेदन माध्यमिक परिषद को दिया था, खेद है कि वह अस्वीकृत हो गया। कक्षा ९ का रजिस्ट्रेशन अन्य विद्यालय से करवाया गया। मान्यता के लिए अन्य विकल्प पर विचार किया जा रहा है।
श्री जैन शिल्प शिक्षा केन्द्र : राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय :
पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा इसको मान्यता देने के कारण अब इसमें अध्ययन के लिए छात्राओं की संख्या में वृद्धि होगी, ऐसा विश्वास है। सम्प्रति ७० छात्राओं ने प्रवेश लिया है। इसके पदाधिकारी पूर्ववत हैं। श्री जैन बुक बैंक :
२४ जून २००२ को आयोजित बुक बैंक के समारोह के विशिष्ट अतिथि पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री माननीय श्री असीम दासगुप्ता एवं श्री जेठमलजी बाँठिया थे। सभा द्वारा इस वर्ष १२५ ग्रामीण विद्यालयों की मारफत १५०० छात्रछात्राओं को पाठ्यक्रम की पुस्तकें नि:शुल्क प्रदान की गई। पुराने सेटों का वितरण लगभग ८००० छात्र-छात्राओं में हुआ। इस वर्ष यह संख्या ९००० से १२००० तक पहुंच गई है।
जरुरतमंद विद्यालयों की श्रृंखला में काशीपुर स्थित श्री आर्य विकास विद्यालय में कम्प्यूटर सेन्टर प्रारंभ किया गया है। इसके संयोजक श्री सुभाष बच्छावत हैं। ग्रामीण महिला रोजगार योजना :
विगत वर्षों की तरह मेदिनीपुर के फुलसीटा निवारण सेवा सदन की मारफत बेरोजगारों की सहायता के लिए बिना ब्याज जो लोन दिया जाता है, उससे प्रभावित होकर ऐसे ही कार्य संपादन के लिए माननीय श्री झूमरमलजी बच्छावत का फुलसीटा मेदिनीपुर जाते हुए कोयलाघाट के पास आकस्मिक दुर्घटना में स्वर्गवास हो गया। यह अनभ्र वज्रपात था।
. श्री जैन बुक बैंक के समारोह के आयोजन के अवसर पर स्व. झूमरमलजी का मरणोपरान्त अभिनन्दन उनके परिवारजनों ने स्वीकार किया, यह क्षण अत्यन्त मार्मिक था एवं श्री झूमरमलजी की स्मृति होते ही उपस्थित जनों के नेत्र सजल हो गये। श्री जैन मेडिकल डेन्टल कॉलेज एवं उच्चस्तरीय कॉलेज :
सभा के ७४वें स्थापना दिवस पर सभा के कर्णधारों ने शांतिदूत परम प्रभावक आचार्य श्री विजय नित्यानन्द सूरिश्वरजी म.सा. के सामने डेन्टल मेडिकल कॉलेज के बारे में चर्चा की थी। यह स्वप्न अब आकार ग्रहण कर रहा है। काशीपुर क्षेत्र में एवरेडी इण्डिया को ४५५ कट्ठा जमीन का एम.ओ.यु. तय करके २५ लाख रुपये का चेक उन्हें दिया गया है। नवम्बर-दिसम्बर तक यह कार्य पूरी होने की उम्मीद है। इस कार्य में अपने समाज के कुशल डेन्टल डॉक्टर श्री अशोकजी सुराणा ने हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया है।
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