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________________ सम्प्रति यहां ६०० छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं। इसके अध्यक्ष श्री हरकचंदजी कांकरिया, उपाध्यक्ष श्री सुरेन्द्रकुमारजी बांठिया एवं मंत्री सरदारमल काकरिया एवं प्राचार्य श्री बालकृष्ण श्री जैन शिल्प शिक्षा केन्द्र-राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय : शनिवार एवं रविवार को कोचिंग के माध्यम से माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक की शिक्षा छात्राओं को दी जाती है। इसके मंत्री श्री ललितजी कांकरिया, सहमंत्री श्रीमती गीतिका बोथरा, प्राचार्य श्री अरुणकुमारजी तिवारी एवं कोआरडिनेटर श्री राधेश्याम मिश्रा हैं। श्री जैन बुक बैंक : सभा की यह अत्यन्त लोकप्रिय प्रवृत्ति अपने नाम के अनुसार सतत कार्योन्मुखी है। १ जुलाई, २००१ को आयोजित समारोह में नई पुस्तकों के १५०० सेट एवं पुराने ७००० सेट निशुल्क वितरित किये गये। इस प्रकार ८५०० से अधिक छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। आनन्दबाजार पत्रिका के संपादक श्री सुमन चट्टोपाध्याय, पश्चिम बंगाल के माननीय मंत्री जनाब मोहम्मद सलीम, श्री जयगोस्वामी कवि एवं समाजसेवी श्री थानमलजी बोथरा प्रभृति ने इस प्रवृत्ति की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस योजना के अन्तर्गत एक अशोक नगर बालिका विद्यालय उत्तर २४ परगणा, २ विवेकानंद, पाठ्य चक्र कोलकाता एवं ३-श्यामसुन्दर पटना हाई स्कूल मेदिनीपुर में कम्प्यूटर केन्द्र की स्थापना की गई। इसके अतिरिक्त जरुरतमंद ग्रामीण अंचलों में सिलाई केन्द्र, पंखो, शौचालय निर्माण, लाइब्रेरी, साइन्स लेबोरेटरी, बालबाड़ी, फर्नीचर निर्माण हेतु भी सभा ने सहयोग प्रदान किया। नूतन विद्यालय निर्माण में सहयोगी : गुजरात के कच्छ-भुज क्षेत्र में गणतंत्र दिवस २६ जनवरी, २००१ को महाविनाशकारी भयंकर भूकम्प आया। जान एवं माल की भयंकर क्षति हुई। सभा ने भी ऐसी विकट भयावह स्थिति से निजात पाने के लिये सहयोग का हाथ आगे बड़ाया। १. भारतीय जैन संगठन की अपील पर १० लाख रुपये विद्यालय में ब्लॉक निर्माण हेतु भेजे। भुज जिला स्थित शिवशक्ति विद्यालय का निर्माण हो गया। इसके लोकार्पण समारोह पर उपस्थित होने के लिए हमें आग्रह भरा आमंत्रण प्राप्त हुआ है। २. राजगृह की प्रसिद्ध संस्था वीरायतन ने भी गुजरात के मांडवी भुज रोड पर शिक्षा के लिए एक केम्पस की योजना बनाई। इसका भूमिपूजन अक्टूबर, २००१ में हुआ। इस अवसर पर सभा के अन्य गणमान्य सज्जनों के साथ अध्यक्ष श्री रिखबदासजी भंसाली एवं श्री जैन विद्यालय कोलकाता के अध्यक्ष श्री सोहनराजजी सिंघवी विद्यमान थे। सभा ने ६ कमरों के एक ब्लॉक के लिए ७.५० लाख रूपये के सहयोग की स्वीकृति दी एवं इस अवसर पर ५ लाख रुपये का एक चेक उन्हें समर्पित किया। ३. तारादेवी कांकरिया जैन विद्यालय, सागरमाधोपुर : सुन्दरवन इलाके के इस गाँव में बिजली पानी व कोई स्कूल नहीं होने के कारण ३० सितम्बर, २००१ को श्री हरकचंदजी कांकरिया के अर्थ सहयोग से प्राथमिक विद्यालय की स्थापना की गई। उद्घाटन के अवसर पर कठिन रास्ते के बावजूद श्री हरकचंदजी कांकरिया स्वयं उपस्थित हुए एवं अपने पैसे के सदुपयोग को देखकर अत्यन्त प्रसन्नता प्रकट की। श्री मानवसेवा प्रकल्प : इस योजना के अन्तर्गत माह में दो बार भरण-पोषण वंचित असहाय लोगों को निशुल्क राशन सामग्री दी जाती है। सन १९९५ से यह प्रवृत्ति अनवरत चल रही है। इसके संयोजक श्री सरदारमलजी कांकरिया हैं। श्री जैन हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, हावड़ा - भारतीय आजादी की स्वर्ण जयन्ती १९९७ से प्रारम्भ यह पीड़ित मानव सेवा मंदिर अधिकाधिक लोकप्रियता की ओर गतिमान है। इस सत्र में युवा कार्यकर्ता श्री अशोक मिन्नी ने मंत्री श्री सरदारमलजी कांकरिया के साथ सहयोग करना प्रारम्भ किया है। इनका स्वागत है। यह शुभ लक्षण है एवं परिणाम भी संतोषजनक है। हॉस्पिटल के इनडोर विभाग में सम्प्रति रोगियों की संख्या १३० है एवं आउटडोर विभाग में प्रतिदिन २०० से अधिक रोगियों का इलाज चल रहा है। हॉस्पिटल के प्रशासनिक स्तर में सुधार, युनियन के साथ त्रिवर्षीय समझौता तथा सी.ई.एस.सी. द्वारा पी.रेट व डोमेस्टिक रेट में बिजली सप्लाइ करना आलोच्य सत्र के महत्त्वपूर्ण फैसले हैं। हॉस्पिटल में नर्सेज ट्रेनिंग सेन्टर खोलने का प्रस्ताव है, इस पर कार्य किया जा रहा है। इसके संयोजक श्री समर विजय घोष हैं। हॉस्पीटल प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष श्री हरकचंदजी कांकरिया, उपाध्यक्ष श्री श्रीचंदजी नाहटा, श्री श्यामसुन्दरजी केजरीवाल, मंत्री श्री सरदारमलजी कांकरिया, सहमंत्री श्री बच्छराजजी अभाणी एवं डा० नरेन्द्रजी सेठिया है। मेडिकल सुपरिन्टेन्डेन्ट डा० ए० चटर्जी हैं। सभा का ७४वां स्थापना दिवस समारोह : सभा का ७४वां स्थापना दिवस समारोह शांति दूत परम प्रभावक आचार्यश्री विजय नित्यानन्द सुरिश्वरजी एवं उनकी शिष्य मंडली के सान्निध्य में अत्यन्त हर्षोल्लास पूर्वक सभाभवन में आयोजित ० अष्टदशी / 330 For Private & Personal Use Only Jain Education International www.jainelibrary.org
SR No.012049
Book TitleAshtdashi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhupraj Jain
PublisherShwetambar Sthanakwasi Jain Sabha Kolkatta
Publication Year2008
Total Pages342
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size22 MB
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