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प्रतियोगिता, चित्र प्रतियोगिता, वाद-विवाद के कार्यक्रमों का व्यय भार श्री जैन विद्यालय कोलकाता ने वहन करने का प्रशंसनीय कार्य किया। इस अवसर पर १९ अप्रैल, १९९९ को समग्र जैन समाज का सामुहिक नवकार जाप का प्रशंसनीय आयोजन आठ हजार श्रोताओं की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। १३ पृष्ठों का कलात्मक बहुरंगी केलेण्डर भगवान महावीर स्वामी के जीवन के १३ चित्रों का ३१ जनवरी को प्रकाशित होगा, इसका मूल्य प्रति केलेण्डर ६० रुपया है। मुख्य कार्यक्रम दिनांक २६ अप्रैल, २००१ को नेताजी इनडोर स्टेडियम में संपन्न होगा। श्री साधुमार्गी जैन संघ, हावड़ा के सदप्रयत्नों से सप्तदिवसीय पूर्वांचल शिविर का आयोजन दि० २५ दिसम्बर से आयोजित किया है। इसमें संघ के अखिल भारतवर्षीय पदाधिकारी भी उपस्थित होंगे। किसी संस्था का विकास उसके कार्यकर्ताओं के परिश्रम पर निर्भर होता है। हमारा सौभाग्य है कि हमारे कर्मठ कार्यकर्ताओं के कठोर अध्यवसाय से सभा की कल्याणकारी प्रवृत्तियां दिन पर दिन वर्धमान है। सब घटकों के प्रति हमारा हार्दिक आभार। मंत्री महोदय द्वारा सभा की कन्सोलिडेटेड अंकेक्षित रिपोर्ट सदन के पटल पर रखने के बाद गंभीर मंत्रणा पूर्वक सर्वसम्मति से स्वीकार की गई।
आगामी वर्ष के लिए मेसर्स के एस बोथरा एण्ड कं० की नियुक्त सर्वसम्मति से की गई। पीठासीन अध्यक्ष महोदय को धन्यवाद पूर्वक जयनाद के साथ सभा की बैठक सम्पन्न घोषित की गई। सभा की वार्षिक साधारण सभा की बैठक दिनांक १४ अक्टूवर २००१ को अध्यक्ष श्री रिखबदासजी भंसाली की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बीसवीं सदी की समाप्ति और २१वी. सदी का प्रारम्भ। विश्व । में अनेक परिवर्तन घटित, ज्ञान-विज्ञान के नये वातायन खुले। वैश्वीकरण के इस घटनाक्रम के परिवेश में २००१ की बैठक का आयोजन। मंगलाचरण के पश्चात् मंत्रीजी द्वारा प्रस्तुत गतवर्ष का वार्षिक विवरण गहन मंत्रणापूर्वक सर्वसम्मति से स्वीकृत किया गया। शिक्षा : आलोच्य सत्र में श्री जैन विद्यालय की माध्यमिक परीक्षा में कुल २४० छात्र सम्मिलित हुए। उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में। ४५३ छात्रों ने परीक्षा दी। परिणाम शत्प्रतिशत रहा।
श्री जैन विद्यालय कोलकाता का वार्षिक परितोषिक वितरण समारोह दि० १३ मई, २००१ को महाजाति सदन में सम्पन्न हुआ। श्री सरदारमलजी कांकरिया ने अपने ओजस्वी भाषण में लड़कियों के उच्च स्तरीय अध्ययन हेतु एक कॉलेज की स्थापना पर बल दिया। तत्काल दानवीर श्री हरकचंदजी कांकरिया ने इस हेतु ५१ लाख रुपये के अनुदान की घोषणा की। तुमुल हर्ष ध्वनि पूर्वक उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की पत्रिका 'आभा' का लोकार्पण भी हुआ। इस अंक में सभा के वरिष्ठ एवं सक्रिय कार्यकर्ता स्व० श्री सूरजमलजी बच्छावत का चित्र एवं परिचय श्रद्धांजलि स्वरूप प्रकाशित किया गया। इस विद्यालय के अध्यक्ष श्री सोहनराजजी सिंघवी, मंत्री श्री विनोदजी कांकरिया एवं प्राचार्य श्री शरतचन्द्रजी पाठक है। श्री जैन विद्यालय हावड़ा-ब्यायज विभाग : आलोच्य सत्र में माध्यमिक परीक्षा में १५९ छात्र तथा उच्चतर माध्यमिक में २०२ छात्र सम्मिलित हुए। परिणाम शत प्रतिशत रहा। इसके अध्यक्ष श्री सुन्दरलालजी दुगड़, उपाध्यक्ष श्री सुरेन्द्रकुमारजी बांठिया, मंत्री श्री सरदारमलजी कांकरिया एवं रेक्टर श्री गोपालजी दूबे है। गर्ल्स विभाग : सम्प्रति कक्ष १ से कक्षा १२ तक २१०० छात्राएं अध्ययन रत हैं। माध्यमिक परीक्षा में १५१ छात्राएं एवं उच्चतर माध्यमिक परीक्षा में २०० छात्राएं सम्मिलित हुई। परिणाम शत प्रतिशत रहा। इसके अध्यक्ष श्री पन्नालालजी कोचर, उपाध्यक्ष श्री आनन्दराज जी झाबक, मंत्री श्री सरदारमलजी कांकरिया एवं प्राचार्य श्रीमती ओल्गा घोष हैं। हावड़ा के इन विद्यालयों ने अपने उच्चस्तरीय अध्यापन, अनुशासन एवं परीक्षा परिणाम के कारण इस अंचल में अपनी अलग पहचान बनाई है एवं ये दिन पर दिन लोकप्रिय होते जा रहे हैं। देखते-देखते इनकी स्थापना को एक दशक पूर्ण हो गया। इस एक दशकीय शैक्षणिक गौरव यात्रा के उपलक्ष्य में आगामी मईमाह में नेताजी सुभाष स्टेडियम में आकर्षक समारोह आयोजन करने एवं 'शिक्षा एक गौरवपूर्ण दशक' स्मारिका के प्रकाशन का निश्चय किया गया। इसके प्रधान संपादक श्री भूपराजजी जैन होंगे। श्री हरकचंद कांकरिया जैन विद्यालय, जगतदल : इस वर्ष यहां कक्षा ९ की कक्षाएं प्रारम्भ हो गई। माध्यमिक की मान्यता के लिए परिश्रम बंगाल माध्यमिक बोर्ड में आवेदन किया गया
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