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________________ रुपये लोन दिया गया। जो वापस आ गया। विकलांग महिलाओं को ५ सिलाईमशीनें रोजगार हेतु दी गई। प्रतिवर्ष की तरह रतलाम में सात सिलाई मशीने बेरोजगार महिलाओं को रोजगार हेतु निशुल्क दी गई। फुलसीटा में बिना ब्याज के एक लाख रुपये लोन स्वरूप दिये गये इसमें से पचार हजार रुपये पुनः प्राप्त हो गये । श्री जैन कॉलेज, कोलकाता के लिए सभा का प्रयास निरन्तर चालु है डिग्री कॉलेज के लिए १९९४ में जो आवेदन दिया गया था उसकी स्वीकृति के लिए सतत प्रयत्न चल रहा है। सेवा निकाय क) मानवसेवा प्रकल्प : भरण-पोषण से वंचित असहाय गरीब १०० लोगों को माह में दो बार राशन की सम्पूर्ण सामग्री सभा की ओर से निशुल्क वितरित की जाती है। श्री सरदारमल कांकरिया के संयोजकतत्व में यह मानव सेवी प्रकल्प सतत चल रहा है। ख) श्री जैन हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर, हावड़ा पीड़ित, असहाय, रोगों ने पीड़ित संत्रस्तों की सेवा में लगे श्री जैन हॉस्पिटल के त्रिवर्षीय सेवा काल की समाप्ति पर दिनांक १५ अगस्त २००० को निशुल्क सर्जरी केम्प आयोजित किया गया इसमें १०० रोगियों की नेत्र शल्य चिकित्सा एवं १०३ रोगियों की जनरल सर्जरी निशुल्क की गई। इस अवसर पर साहित्य मनीषी हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य श्री विष्णुकांतजी शास्त्री ने मुक्त हृदय से सबको अपने आशीर्वाद की पावन गंगा में अवगाहन करवाया । स्थापना के इस पावन अवसर को केन्द्रीय मंत्री श्री तपन सिकदर ने सम्बोन्धित किया एवं कहा कि ऐसे सेवा मंदिर में माननीय प्रधान मंत्री को आमंत्रित करना चाहिए। गतवर्ष की भांति दिनांक २६ नवम्बर से १ दिसम्बर तक निशुल्क प्लास्टिक सर्जरी शिविर मेसर्स कायां फाउण्डेशन ७ लायन्स रेंज, कोलकाता एवं हमारी सभा के माननीय सदस्य श्री पन्नालालजी कोचर एवं इन्टर प्लास्ट जर्मनी के डाक्टरों के सहयोग से सम्पन्न हुआ । ११३ रोगियों की निशुल्क सर्जरी की गई। अर्थ सहयोगी सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार । हॉस्पिटल के बगल में स्थित अढाई कट्ठा जमीन सभा ने क्रय कर ली। इसका नक्शा एच.एम.सी. हावड़ा म्युनिसिपल कारपोरेशन में स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया जायेगा । श्री राधेश्यामजी मिश्र के प्रयत्नों से हॉस्पिटल को क्लीनकल लाइसेंस भी प्राप्त हो गया। Jain Education International आलोच्य सत्र में आउटडोर विभाग में २०० रोगी प्रतिदिन एवं इनडोर विभाग में १४० रोगी लाभान्वित हो रहे हैं। भावी योजनाएं : नार्सिंग कालेज एण्ड डेन्टल कॉलेज को मूर्तरुप देने का प्रयास सतत चालू है कोना हाईवे के पास की जमीन के सम्बन्ध में विचार चल रहा है। इस पर तीन करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है । 1 स्व० आचार्य श्री नानालालजी म० सा० की पुण्य तिथि पर श्री सरदारमलजी कांकरिया के प्रयत्नों से आयोजित दि० २५ दिसम्बर को निशुल्क शिविर में रोगियों को चश्मा, पोलियो केलीपर एवं कृत्रिम पैर का वितरण संपादित हुआ। दि० २४ दिसम्बर को विराटी में नेवटिया परिवार के सहयोग से निशुल्क विकलांग शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस प्रकार मानव सेवा का यह प्रकल्प सतत प्रगति की ओर उन्मुख साधना - पर्युषण पर्व : है । हमारे अनुरोध पर श्री समता प्रचार संघ, चित्तौड़गढ़ ने पर्युषण पर्वाराधना हेतु श्री विमलजी बांठिया, श्री प्रदीपजी सांड एवं श्री नवीनजी कोठारी स्वाध्यायियों को भेजा। इनके सदप्रयासों से आठ दिन नवकार मंत्र का अखंड जाप सम्पन्न हुआ । त्याग, तपस्या, प्रत्याखान आदि भी पर्याप्त मात्रा में हुए । स्व० आचार्य श्री नानालालजी म० सा० की प्रथम पुण्य तिथि कार्तिक वदी तृतीया डा० किरण सिपानी के सान्निध्य में धर्माराधना पूर्वक आयोजित की गई। सभा इस वर्ष अपने जाज्वल्यमान सितारों के प्रकाश से वंचित हो गई। सभा के ट्रस्टी श्री भंवरलालजी कर्णावट, संस्थापक, कर्मठ सदस्य श्री सूरजमलजी बच्छावत एवं अनन्य सहयोगी श्री जसकरणजी बोथरा के संथारा पूर्वक समाधि पंडित मरण के कारण सभा की अपूरणीय क्षति हुई स्वर्गस्थ आत्मा की चिरशांति एवं सद्गति की कामना करते हुए सभा परिवार ने मार्मिक श्रद्धांजलि अर्पित की एवं संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना अभिव्यक्त की। दि० ३१ दिसम्परको सभा द्वारा 'स्नेह मिलन' का आयोजन श्री जैन विद्यालय, हावड़ा के प्रांगण में होगा इसके संयोजक श्री फागमलजी अभाणी एवं श्री भंवरलालजी दस्साणी हैं। १७ दिसम्बर को ३३ नम्बर केनिंग स्ट्रीट में लगी भयावह आग को आगे बढ़ने से रोकने में विद्यालय एवं सभा परिवार ने जो कठोर परिश्रम किया तदर्थ हम आभारी है। भगवान महावीर के २६०० वें जन्म कल्याणक के आयोजन में अन्य जैन सम्प्रदायों के साथ सभा ने भी अपनी संपूर्ण भागीदारी का निर्वाह किया । अन्तः विद्यालय भक्तामर छ अष्टदशी / 310 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012049
Book TitleAshtdashi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhupraj Jain
PublisherShwetambar Sthanakwasi Jain Sabha Kolkatta
Publication Year2008
Total Pages342
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size22 MB
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