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________________ अभिनन्दन समारोह के अवसर पर सभा के अध्यक्ष श्री सदस्य रिखबदासजी भंसाली ने एक अस्पताल के निर्माण का विचार श्री सूरजमल बच्छावत श्री माणकचन्द रामपुरिया लोगों के समक्ष रखा जिसके लिए तत्क्षण श्री हरखचंद कांकरिया श्री जयचन्दलाल मिन्नी श्री शिखरचन्द मिन्नी ने ५१ लाख रुपया देने की घोषणा की। इस घोषणा से सभी सदस्यों का हृदय उल्लास से भर गया एवं तत्काल शाल श्री बच्छराज अभाणी श्री बालचन्द भूरा ओढ़कर श्री हरखचंदजी कांकरिया का सम्मान किया गया। श्री केवलचंद कांकरिया श्री पारसमल भूरट समाज के कर्मठ कार्यकर्ता एवं समाज के पूर्व अध्यक्ष एवं श्री मोहनलाल भंसाली श्री प्रेमचंद मुकीम ट्रस्टी श्री कन्हैयालाल मालू के दिनांक ७.४.९३ को असामयिक श्री शान्तिलाल जैन श्री सुन्दरलाल दुगड़ स्वर्गवास से सभा को गहरा आघात लगा। सभा ने दिवंगत आत्मा श्री अनूपचन्द सेठिया श्री शान्तिलाल डागा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए चिरशान्ति की प्रार्थना की। श्री मेघराज जैन श्री सुभाषचन्द कांकरिया दिनांक २४.४.९३ को सभा को कार्यकारिणी समिति __ श्री जयचन्दलाल मुकिम श्री प्रकाश कोठारी की बैठक में श्री जैन हास्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर के निर्माण हेतु श्री उगमराज मेहता श्री गोपालचंद भूरा श्री सरदारमल कांकरिया को संयोजक एवं श्री बच्छराज अभाणी श्री अशोक बच्छावत को सह-संयोजक मनोनीत किया गया। विगत ३५ वर्षों से अपनी लगन, सूझबूझ एवं कर्मठता से जुलाई'९३ में श्री जैन बुक बैंक के माध्यम से माध्यमिक, सेवा प्रदान करते हुए प्रधानाचार्य श्री कन्हैयालाल गुप्त, श्री जैन उच्च माध्यमिक एवं कालेज स्तर के बंगाल के ग्रामीण अंचल' विद्यालय से दिनांक २५.११.९३ को सेवा निवृत्त हुए। उनके के जरूरतमंद छात्रों को करीब १००० पाठ्य-पुस्तकों के सेट बिदाई समोराह का भव्य आयोजन किया गया और उन्हें का नि:शुल्क विरतण किया गया। विद्यालय एवं सभा की ओर से भावभीनी बिदाई दी गई। सभा के हितैषी डॉ० नरेन्द्र भानावत के ७.११.९३ को श्रीमती विमला मिन्नी की अप्रतिम सेवाओं एवं लोक असामयिक निधन से भी सभा के सदस्य अत्यन्त मर्माहत हुए। कल्याणकारी कार्यों के लिए सभा की ओर से १९.१.९४ को डॉ० भानावत जैन दर्शन के उत्कृष्ट विद्वान थे एवं सभा के आमंत्रण पर अनेक बार वह अपनी धर्मपत्नी सहित कलकत्ता उनका सार्वजनिक अभिनन्दन किया गया। आए तथा अने विद्वतापूर्ण प्रवचनों से सभी को प्रभावित किया। इसी वर्ष दिनांक ६.२.९४ को बोलपुर, शान्तिनिकेतन में उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए स्वर्गस्थ आत्मा की नि:शुल्क चक्षु शल्य चिकित्सा शिविर का सफलतापूर्वक चिरशान्ति की कामना की। आयोजन किया गया। २१.१२.९३ को सभा ने स्वावलम्बन योजनान्तर्गत सेवा भावना से अभिप्रेरित सभा ने अस्पताल निर्माण का महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने हेतु प्रथम चरण में ५० सिलाई जो संकल्प दिनांक ४ अप्रैल ९३ को श्री सरदारमलजी मशीनों के वितरण का निर्णय लिया। कांकरिया के अभिनन्दन समारोह के अवसर पर लिया था सभा की साधारण बैठक दिनांक ७.११.९३ को सम्पन्न । उसके फलीभूत होने का समय आ गया था। इस वांछित हुई जिसमें कार्यकारिणी समिति के पदाधिकारियों का मनोनयन अस्पताल का भूमि पूजन हावड़ा के बंगाल जूट मिल के परिसर निम्न प्रकार से हुआ ४९३बी, जी०टी० रोड में २८.२.९४ को सम्पन्न हुआ। यह पूजन विधिपूर्वक प० शिवनारायणजी के पौरहित्य में श्री श्री माणकचन्द रामपुरिया श्री जयचंदलाल रामपुरिया सरदारमल कांकरिया, श्री जयकुमार कांकरिया, श्री सुरेन्द्रकुमार बांठिया, श्री पद्मचन्द नाहटा एवं ५१ अन्य सदस्यों द्वारा सजोड़े श्री सरदारमल कांकरिया श्री भंवरलाल बैद सम्पन्न हुआ। सभापति : श्री रिखबदास भंसाली उपसभापति : श्री भंवरलाल कर्णावट श्री जैन विद्यालय, कलकत्ता में श्री विमला मिन्नी के मंत्री : श्री रिधकरण बोथरा आर्थिक सहयोग से विमला मिन्नी कम्प्यूटर केन्द्र की स्थापना की गई। यह उनका बच्चों के प्रति असीम प्रेम को दर्शाता है। सह-मंत्री : श्री कंवरलाल मालू कैंसर जैसे असाध्य रोग से पीड़ित होने पर भी बालकों के प्रति सह-मंत्री : श्री सुभाष बच्छावत उनका यह वात्सल्य भाव अद्भुत था। कोषाध्यक्ष : श्री भंवरलाल दस्साणी ट्रस्टी ० अष्टदशी/220 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.012049
Book TitleAshtdashi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBhupraj Jain
PublisherShwetambar Sthanakwasi Jain Sabha Kolkatta
Publication Year2008
Total Pages342
LanguageHindi, English
ClassificationSmruti_Granth & Articles
File Size22 MB
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