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शाखा के वर्तमान पदाधिकारी गण इस प्रकार हैं:-श्री सेठ मुथरालालजी खंजाची (अध्यक्ष), कांतिलालजी भण्डारी (मंत्री), श्री केशरीमलजी तांतेड (कोषाध्यक्ष), श्री सुगचन्दजी मामा, (प्रचार मंत्री), श्री जपनलालजी सराफ (सहमंत्री) संरक्षक:श्री प्यारचन्दजी मामा तथा बाबूलाल जी चतर है। केन्द्रीय प्रतिनिधि श्री कान्तिलालजी भंडारी एवं डा. श्री अनोखीलालजी
श्री अजितकुमारजी गुगल्या केन्द्रीय प्रतिनिधि हैं। केन्द्रीय परिषद् लाघव रूप से होने से समस्त गतिविधियों में शिथिलता है लेकिन धार्मिक भाव प्रगाढ़ हैं केन्द्रीय परिषद् के कार्यक्रमों में नियमित भाग लिया जाता है।
रिंगनोद (धार) अ.भा. श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् शाखा रिंगनोद (धार) म.प्र. के आदिवासी अंचल में स्थापित है जो पूज्य राजेन्द्र सूरीश्वरजी का विहार क्षेत्र रहा है जहाँ त्रिस्तुतिक मान्यता के २५ कुटुम्ब अनुयायी हैं। .
परिषद् के ३० सदस्य हैं और उनके पदाधिकारी इस प्रकार
इसके साथ ही कुछ ऐसे नामों का उल्लेख प्रासंगिक होगा जो नींव के पत्थर हैं और आज भी शाखा के मार्गदर्शक हैंश्री फूलचन्दजी मामा, राजमलजी भण्डारी, फूलचन्दजी भंडारी, मीलापचन्द जी जैन।
परिषद् के कार्यकर्ता श्री सेवारामजी संगीत के मर्मज्ञ हैं। जो अपनी सेवाएं सदैव समाज को देने के लिये तत्पर रहते
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दसई अ.भा. श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् शाखा दसई (धार म.प्र.) गठन दिनांक ९ फरवरी १९७४ को हुआ। इसके १७ सदस्य हैं और कार्यकारिणी इस प्रकार है :(१) श्री विमलचंद नाहर
अध्यक्ष (२)" सरदारमल मंडलेचा
कोषाध्यक्ष (३)" इन्द्रमल पीपाड़ा
मंत्री (४)" कनकमल नाहर
राहमंत्री केन्द्रीय प्रतिनिधि (१) श्री सरदारमल मंडलेचा (२)" कनकमल नाहर
संस्था की स्थापना श्री विमलचन्द नाहर की प्रथम अध्यक्षता में गांव में जैन समाज के त्रिस्तुतिक मान्यता के २५ कुटुम्ब हैं।
विगत तीन वर्षों की गतिविधियों से आशा की जा रही है है कि यहाँ शीघ्र ही धार्मिक विद्यालय, संगीत मंडल, बाल परिषद् आदि गतिविधियों का शुभारम्भ होगा। परिषद के युवक उत्साही व लगनशील हैं और इन महत्वाकांक्षी योजनाओं को मूर्तरूप देने के लिये दृढ़संकल्प हैं।
समाज की प्रत्येक गतिविधि तथा कार्यक्रमों में गहरी अभिरुचि है। यहाँ पर परिषद् सहायता निधि मंजूषाएं २१ परिवारों में स्थापित हैं।
कड़ोद (धार) कडोद जिला अन्तर्गत धार स्थित है। ग्राम छोटा है किन्तु शाखा परिषद् कार्यरत है। शाखा परिषद् पदाधिकारी इस प्रकार
श्री बाबूलालजी पंवार
अध्यक्ष (२) " पाचूलालजी
उपाध्यक्ष (३)" शैतानमल बांठिया
मंत्री (४) " धनराजजी मेहता
कोषाध्यक्ष केन्द्रीय प्रतिनिधि (१) श्री शांतिलाल केमिस्ट (२) " शैतानमल पंवार (३)" कन्हैयालाल डूंगरवाल ____ यह परिषद् १९५९ से कार्यरत है और अपनी दीर्घ अवधि में अनेक कार्य संपादित कर चुकी है। वर्तमान में श्री राजेन्द्र जैन विद्या मंदिर का संचालन किया जा रहा है। जिसमें अनेक छात्र छात्राएं धार्मिक ज्ञान में प्रगति कर रहे हैं। यहाँ पर भाद्रपद शुक्ला पंचमी महावीर जयंती, दीपावली, ज्ञानपंचमी आदि धार्मिक त्यौहारों के अवसरों पर बधिक तथा कहारों को धनराशि दान दी जाती है। अतः इन अवसरों पर पशुवध नहीं होता है। यह परिषद् का विशिष्ट कार्य है। परिषद् के युवक पूजा, प्रतिक्रमण, गुरु आरती में सक्रिय हैं। उपाश्रय में पूज्य गुरुदेव का अलभ्य चित्र स्थापित है।
परिषद् वाचनालय, संगीतमंडल, बचत योजना आदि गतिविधियों की शुभारम्भ के लिये प्रयत्नशील है जो शीघ्र ही स्थापित होंगे।
परिषद् सहायता निधि मंजूषाएं अनेक परिवारों में स्थापित हैं जिनकी संख्या लगभग २५ है।
कुक्षी
(१) श्री मांगीलालजी नंदरामजी लोढ़ा (२)" माणकलालजी सौभाग्यमली हरण (३) " राजमलजी देवीचंदजी डांगी (४) " मांगीलालजी स्वरूपचंदजी राठौड
अध्यक्ष उपाध्यक्ष कोषाध्यक्ष
मंत्री
अ.भा. श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् शाखा कुक्षी (धार म.प्र.) की स्थापना सेठ श्री राजमलजी वीरचंदजी जैन की प्रथम अध्यक्षता के साथ हुई। परिषद् के २४ सदस्य हैं और उसके निम्नलिखित पदाधिकारी हैं:(१) श्री भंवरलालजी भगवानजी
अध्यक्ष (२)" अमोलकचंदजी ताराचंदजी
उपाध्यक्ष
बी.नि.सं. २५०३
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