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नवम सतं (तेत्तीस इमो उद्देसो)
४५१ १६६. तए ण तस्स जमालिस्स (खत्तियकुमारस्स ?) उभयो पासिं दुवे वरतरुणीओ
सिगारागार चारुवेसानो सगय-गय-हसिय-भणिय-चेट्टिय-विलास-सललियसलाव-निउणजुत्तोवयारकुसलामो सुदरथण-जघण-वयण-कर-चरण-नयणलावण्ण-रूव-जोव्वण-विलास ° कलियायो नाणामणि-कणग-रयण-विमलमहरिहतवाणिज्जुज्जलविचित्तदडायो, चिल्लियारो, सखक-कद-दगरय-अमयमहिय-फेणपुजसण्णिकासाप्रो धवलानो चामराम्रो' गहाय सलील वीयमाणीयो
वीयमाणीयो चिट्ठति ॥ १६७. तए ण तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स उत्तरपुरत्थिमे ण एगा वरतरुणी
सिगारागार चारुवेसा सगय-गय-हसिय-भणिय-चेट्ठिय-विलास-सललिय-सलावनिउणजुत्तोवयारकुसला सुदरथण-जघण-वयण-कर-चरण-नयण-लावण्ण-रूवजोव्वण-विलास कलिया सेत रययामय विमलसलिलपुण्ण मत्तगयमहामुहा
कितिसमाण भिंगार गहाय चिट्ठइ ।। १६८ तए णं तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स दाहिणपुरत्थिमे ण एगा वरतरुणी
सिगारागार चारुवेसा सगय-गय-हसिय-भणिय-चेट्ठिय-विलास-सललिय-सलावनिउणजुत्तोवयारकुसला सुदरथण-जघण-वयण-कर-चरण-नयण-लावण्ण-रूव
जोव्वण-विलास कलिया चित्तकणगदड तालवेट गहाय चिट्ठइ । १९६. तए ण तस्स जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया कोडुबियपुरिसे सद्दावेइ, सहा
वेत्ता एव वयासी-खिप्पामेव भो देवाणुप्पिया | सरिसय सरित्तय सरिव्वय सरिसलावण्ण-रूव-जोव्वण-गुणोववेय, एगाभरणवसण-गहियनिज्जोय कोडु
वियवरतरुणसहस्स सद्दावेह ।। २०० तए ण ते कोडुवियपुरिसा जाव' पडिसुणेत्ता खिप्पामेव सरिसय सरित्तय'
°सरिव्वय सरिसलावण्ण-रूव-जोव्वण-गुणोववेय एगाभरणवसण-गहियनिज्जोय
कोडुबियवरतरुणसहस्स ° सद्दावेति ।।। २०१ तए ण ते कोडुवियवरतरुणपुरिसा जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिउणा कोड
वियपुरिसेहि सद्दाविया समाणा हट्ठतुट्टा ण्हाया कयवलिकम्मा कयकोउय-मगलपायच्छित्ता एगाभरणवसण-गहियनिज्जोया जेणेव जमालिस्स खत्तियकुमारस्स पिया तेणेव उवागच्छति, उवागच्छित्ता करयल परिग्गहिय दसनह सिरसावत्त
१. स० पा०-सिंगारागार जाव कलिया। २. सेयवरचामरायो (क)। ३. स० पा०--सिंगारागार जाव कलिया। ४. स० पा०-सिंगारागार जाव कलिया। ५. एगारसभरण° (अ)।
६ भ० ६।१८५। ७ स० पा०—सरित्तय जाव सद्दावेति । ८ अस्मिन् पदे 'वरतरुण' इति पाठ नायाधम्म
कहाओ (१।१।१४०) सूत्रानुसारेण स्वीकृत. । ६ स० पा०-करयल जाव वद्धोवेत्ता।