________________
सूतां
+सुतां रात्री
१२६ १२७ १३४
उनके
रात्रि रजनी-उस के उपर से रजनी-से उनकी मेरी पस्ताना
पछताना कारण गड्डरिकाप्रवाहानुसारी उनके कारण उनके
मेरे
:
१३६ ' १३८
१४३
लुट
१४९
हि
. + 'सुतां' के स्थान में सर्वत्र 'सूतां'
: 'रात्री' के स्थान में 'रात्रि' ।