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APPENDIX III.
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शुक्ल पक्षे नवम्यां दित्यवासरे लिखित जानकोदास प्रमुदित प्रमोदारण्यं श्रो अयोध्याम लोक कारणे सम्वत १९२९
Subject.-राम मन्त्र का गूढार्थ वर्णन • _No. 62. • Ramanaina Rasa Yoga. Substance-Country. inade paper. Leaves-). Size-7 x6 inches. Lines per page- 16. Extent-150 Slokas. Incomplete. Appearance-Old. Character-Nagari. Place of Deposit - Sad Guru Sadana, Ayodlıyā.
_Beginning.-श्री सोतारामायनमः ॥ हरिः ॐ तत्सत दाशरथाय विजयवानवार्ता रसिक चूड़ामने नमोनमः ॥ दोहा ॥ जै जै जै श्री लाडिली लाडिल
आनंद कंद युगल जारि जिय मा वसे युगल मनोहर चंद १ जयति जानकी नवल श्री ललित लड़ती नाम जयति नवल मिथिलानली जयति सकल सुषधाम २ जे मिथिनाधिपनंदिनो जै सुषमा आगार जै भव भंजन भामिनो जै वर विरद अाधार ३ जै रघुकुन मनि भान के भाग भारती लोक जै मनमोहन नागरो नवलु लाल के होक ॥ ४॥ जै मेरी धिय स्वामिनी जै मेरी जिय जेब जै मेरो अखियान के पुतरी के मुख नेव ५ जै मेरो स्वामिनी सही जै मेरो सुख प्राव जै मेरो चित को चपल चारु चतुरता भाव ६ जै जै जै श्री स्वामिनि सिय सदमनि, दृग कार जै मरी निजपन पली जयति विरद वर जोर ७ ___End.-दाहा ॥ सुन्य नगर जब जाइ के सुरत माह समाहि रामनाम धुनि आप हो सावन में झमकाहि १०७ अधरात निमेष विच तिनही में मिलि दंषि श्री सदगुरु प्रसाद वल लंष वज्र के रेष १०८ ॥ इति श्री मनमानस मारतंड मालायाम नमविलास भूषन मंजर जामपिकच्छ पल्या राज्यावेश गूढतर तत्व श्री राम नाम रस योग निर्दिष्टा नाम प्रथमा कच्छ समाप्तः १ अपूर्ण ___Subject.-सीताराम नाम को महिमा।
No. 63. Rāina Rasika Rahasyopāsya. SubstanceCountry-made paper. Leaves-12. Size-13 x 7 inches. Lines per page-15. Extent-450 Slokas. Incomplete . Appearance-Old. Character-Nagari. Place of DepositSaraswati Bhandara, Lakshinana Kota, Ayodhya. ___Beginning.-श्री कनक भवन विहारिणो विहारिण विजयतेतराम् ॥ श्री सीताराम रसिक रहस्सा पास्य ग्रंथ लिष्यते ॥ श्री गुरु जनक सुता प्रग्णय मंगल सब रस षांनि ॥ नौमि नौमि जन हेत वसि रहसि रीति हित दानि ॥१॥
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