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________________ APPENDIX ILI. • 457 No. 56. Panchi Karaña. Substance- Country-mado paper Leaves-4. Size-10 x 5 inches. Lines per page16. Extent-203 Slokas. Appearance-Old. CharacterNagari. Place of Deposit-Pandita Rama Gopalaji Vaidya, Jahangirabad, Bulandasahar. ___Beginning.-श्री गणेशाय नमः ॥ संध्या सुमरन आरति भजन भरोसा दास मनसा वाचा कर्मना जव लक घट म सास ॥ सास सास पर नाम ठे वृथा साम मत पाय ना जानु इस शांश का यहि छोड़ मत होय ॥ सांस कि कर सुमरनि अजपा का माला फेर ॥ माला सांम उसास कि पुरतहं निज दास चाराशो भरमनहि कट करम कि फास ॥ करम कूप जवलक खूद जवलग मटि हो ज्ञान निर जव पाये कसान घाल काय ॥ मन पक्षि जव लक उड विशवाशन माह ज्ञान वाज कि झपट म जव लक पाव न ॥ जाहां वसेरा बाज का पक्षि वसन ता ओर जा घट दरसे ब्रह्म ज्ञान कर्म को ठोर ॥ ज्ञान वक्ष गह राग झां जा जड गडि पताल डाल पात फल फूल कु पडिद को लावाल ॥ • End.-जीव काल एहः जाग्रत श्वप्न सुपोप्तिः ॥ जोव ईश्वर एक हः प्रक दोहलपताम ध्यान म जोव इश्वर एक हः उपाधिन दो संज्ञा हो जाति हैः इति श्री पंचीकरण समाप्तं ॥ Subject.-ज्ञान । No. 57. Pūrņāmāsí and Suka ki Vārtā. Substance-Coun. try-mado paper. Leaves--84. Size-10 x5% inches. Lines per page-16. Extent-1,260 Slokas. AppearanceOld. Charactor-Nagari. Place of Deposit-Sri Devaki Nandanâchārya Pustakālaya, Kámabana Bharatapur State. __Beginning.-श्री कृणाय नमः ॥ श्री गोपोजनवल्लभाय नमः ॥ अथ पूर्णमासो की वार्ता लिख्यते ॥ श्री वृदावन नित्य विहार जानि उ जन को वास छोड़ि के सांदीपन ऋषो को माता श्री वृदावन वास करिवे की प्राइ ॥ सा ताको नाम प्ररणमासी जी हे॥ सा वह पूरणमासी जो अपना एक नाती संग लाइ ॥ ताको नाम मधुमंगल हे ॥ मधुमंगल श्री कृष्ण को सषा हे ॥ सा श्री कृष्ण के संग गाइ चरावन में रहत हे ॥ सा श्री कृष्ण को रिझावत हैं ॥ तात मधुमंगल. के उपर श्री नंदराय जी ॥ श्री यसादा जी बहुत प्यार करत हे ॥ और नंदीमुषो एक वाह्मणो हे ॥ सा वह पुरणमासी जो की टहल करत हे ॥ ___End-सा दैन्यता आप प्रगट भये ॥ सा गर्व सगरे धर्म दुरि कर्ता हैं। दास भाव को नास करें ॥ या प्रकार श्री आचार्य श्री कृपा करि बैष्णवन को
SR No.010837
Book TitleTenth Report on Search of Hindi Manuscripts for Years 1917 to 1919
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Bahaddur Hiralal
PublisherAllahabad Government Press
Publication Year1929
Total Pages532
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
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