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APPENDIX III.
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हाय काले हांय अपरंच सुगमा x नाकी कलि टंक १ सिंदूर टंक १ साबुन सूना टंक २ भैस की खट्टो दही में घोटै तब ताई जव ताई नुख मै लगावै तो नुख काला हेाइ तब वाल मै लगावै उपर से अरंड के पत्ते बांधै सेावै प्रात समै पांवले कू तेल मै घोट कर लगावै तो डेभो कल्प अच्छा होई x x x x ____-End.-अथ सप्तदश वर्ष की विधिः ॥ ऊर्द्ध सास लेई मूर्छित हाई सोतां ग हाई भूष न लागे ॥ ताका उपाव ॥ गोदान देई ब्राह्मण भोजन करावै ॥ मौखद न करै खूब दान करे ॥ इती पूतला विधान समाप्तं ॥ इस जंत्र का भोज पत्र पर लिखै हाथ में वांधै तो कलेस घर का सब दूर होय सुख हाय हलदी से लिख कै सूई से खास के जमीन मै गाढ़े तो क्लेस सब दूर हाय मुख होय ॥ निश्चै करकै जानना ॥ शुभम्भवत् ॥ १ ॥
Subject.-वैद्यक-औषधियां मंत्र आदि । . No. 22. Ekadasi Kathai. Substance-Country-made paper. Leavos-43. Size-7" x 5.". Lines per page-16. Extent-774 Slokas. Appearance-Old. Character-Nagari. Place of Deposit-Pandit Rāma Gūpāla ji, Jahangirābād, (Bulandasahar.)
Beginning.-श्रीरामाय नमः अथ येकादसी कथा लिष्यते ॥ प्रथम श्रावण मास कृग पछे श्री नारद जी श्री ब्रह्मा जी कुंपूछत है ॥ तुम पितामह सर्व जाना है। ॥ श्रावण मास कृष्ण पछे ॥ ता येकादसी को कहा नाव है ॥ कहा पुंन्य ॥ श्री ब्रह्मो ऊवाच ॥ ब्रह्मा कहैतु है ॥ श्रावण वदि येकादसो को कामिका है नाम ॥ वृत कोया सकल काम की स्यध्य हाई ॥ श्री गोविंद जी की सेवा काजे ॥ सर्व तीर्थ कीया पुन्य हाई ॥ कासी मथुरा ॥ द्वारिका ॥ प्रजोध्या ॥ हरद्वार ॥ अतिंकापुरी ॥ कूरुछेत्र ॥ वद्रोकेदार ॥ गया ॥ सेतवंधुरामेस्वर x x (प)तना तीर्थ सनान किया फल होई ॥ ईतना श्रावण बदि येकादसी फीया बृत कीया फल हाई॥ सा इतना राजा उधरा ॥ हरिचंद राजा ॥ धुंधमार राजा जुधिष्टर राजा ॥ परिष्यित राजा ॥ ईतना राजा उंधरा ॥ श्रावण वदि येकादसी कीया ॥ यह कथा देह धरि कै मुनि जेता ॥ दस गऐ दीया का पुंन्य हाई ॥ धावण बदि येकादसी बृत कीया ॥ इति श्री श्रावण वदि येकादसी संपूर्ण । ___End.-ताते x x x मासे कीसन पछे ता येकादसी का बरत करे ते उधरै और ईतना तीरथ कीया पुन्य हाई ते कोण कोण तोरथ पोहकर जो प्राग जो बानारसी गया जी अजोध्या जी कुरुछेत्र और अनेक तीरथ कीया पुन्य हाई सा ज्येष्ट मांसे कीसन परे ता येकादसी कीया पुन्य हाई प्रभै मूषो गर्ड दीया सपत दीपावती प्रथ्वी डोल्यो परिदषिना जी को पुन्य हाई ईतना दान पुंन्य तीरथ
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