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________________ 394 APPENDIX II. संत श्रुति सकल पुरान ॥ साइ गति मरन काल अपने पुर देत सदासिव सबहि समान ॥ सेवत सुलभ उदार कल्पतरु ॥ पारवतीपति परम सुजान ॥ देहु राम पद नेहु कामरिपुतुलसीदास कह कृपानिधान ॥ ३॥ ___End.-पवनसुमन रिपुदवन भरत लला लषण दीन को ॥ निज निज अवसर सुधि किये बलि जाऊं दास प्रास पूजिहै या सषीन को ॥ राज द्वार भली सचुकहै साधु समोचोन की॥ सुकृत सुजम साहिव कृपा स्वारथ परमारथ गति भये गति विहीन की ॥ समय संभारी सुधारिवी तुलसो मत्नीन की। प्रीति रीति समुझाइ विनत पाल कृपाल हिय रमिति पराधीन की। मारुत्तिम नुरुचि भरतु की लषण कही है ॥ कलिकालहु नाथ नाम सेा परतीति प्रोति एक किंकर की निबही है ॥ सकल सभा सुनि लेउ ढीजा निरो तिरही है। कृपा गरीव निवाज की देषत गरीब को साह सुबाह गही है ॥ विहसि राम कह्यो सत्य है सुधि मैं हूं लही है। मुदित माथ नावत बनो तुलसी अनाथ की परी रघुनाथ सहो है ॥ इति श्री राम गोतावल्यां विज्ञ प्रिविष्णु पदनि समाप्तय रामगीता x x यदि रघुपति भक्ति दा येक्ष्यते मा सकल कलुष ही सेवनीया प्रयासाव इतु तसु मति पुसा निर्मिता राम भकैर्जगति तुलसिदासै रामगीतावलीयम् ॥ शुभमस्तू सं० १८८३ ॥ Subject :-गणेश, सूर्य, शिव, पार्वती, हनुमान, भरत, लक्ष्मण, शत्रुहन, सीता, राम आदि संबंधी विनयात्मक भक्तिपूर्ण पदों का संग्रह । No. 197. Sūraja Purāņa by Tulasi Dāsa. SubstanceCountry-made paper. Leaves-48. Size-6" x 8". Lines per page-12. Extent-200 Slokas. Appearance-Old. Character-Nagari Kaithi. Date of Manuscript-Samvat 1929 or A. D. 1872. Place of Deposit-Pandita Mahavira Prasīdaji, Village Kapathuā, Post Ollico Karachhanā, District Allāhābād. Beginning.-श्री गनेसजी सहाऐ श्री गंगाजी महाऐ श्री गमजी सहाऐ। दोहा ऐक समै गीरीजा सहोत ॥ रहै सेंभु कैलास ॥ उपजी अत्ती अनुराग म्हीर सूरज कथ परगास ॥ प्रादी भवानी संकर ही ॥ पुछही प्रेम से दाई ॥ नज प्रताप जो कथा है माही कही समुझाई ॥ श्री नुज की महीमा संकर बरनै लीन्ह ॥ काटोन्ह बीप्र जेवाई कै॥ कंचन दछाना दोन्ह ॥ प्रथम रखो हो सोर माई के लागै बरनन नाम ॥ अरघ दीन्ह कर जोरी के संभु कीन्ह परनामः॥दोहा यंदा चरन जोरो करी श्री पती॥ गोरो गनेस तुलसीदास कहते सुजस बरनो कथा दीनेस चौपाई सुरज देवता सुमीरो ताहो ॥ समोरत ग्यान
SR No.010837
Book TitleTenth Report on Search of Hindi Manuscripts for Years 1917 to 1919
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Bahaddur Hiralal
PublisherAllahabad Government Press
Publication Year1929
Total Pages532
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
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