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APPENDIX II.
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बरख सिरानों ॥ परों चरन तव प्रभु कर जान्यों ॥ यह करतूत करो तुम केसे ॥ हम संग सदा रहत हो जैसे ॥ हमहिं मिले तुम गाय चरावत ॥ नंद जसादा सुवन कहावत ॥ देख रहो सब गोपकुमागे ॥१ कर जोरत रवि गाद पसारे || गिरिवर धरे ये होहिं हमारे ॥ असे गिर गोवरधन भारी॥ कब लीनों कब धरयो उतारो॥ तनक तनक भुज तनक कन्हाई ॥ यह कहि उठी जसादा माई ॥ कसे पर्वत लिग उठाई ॥ भुज चांपति चूंवत बन जाई ॥ बार बार निरखत पछिताई ॥ हसत देखि ठाढ़े बलभाई ॥ गिरिवर धरयों ईन्हें बहुताई ॥ एक एक रोम बहु ब्रह्मांड । वि ससि धरिनि सिंधु नव खंड ॥ यह ब्रज जन्म लाया के वार ।। जहां नहीं जल थल अवतार ॥ प्रगट होत भक्तन के काज ॥ ब्रह्म कोट सम सब क राज ॥ जहां जहां गाढ़ परे तहां पावें ।। गरुड छाडि ता सनमुख धावें ।। वृज ही में नित करत विहारन ॥ जमुमति भाव भक्ति हित कारन ॥ यह लीला इनको अति भावें ॥ देह धरत पुनि पनि प्रगटावें । नेक तजही नहि नर अरु नारो ॥ ईत के सुख गिर धरत मुरारो ॥ गर्ववंत सुरपति चढ़ आऐ ॥ बाम करज गिर टेक दिग्वाये ॥ असे हे भुजगर्व प्रहारी॥ भुज.चुंक्त जसुमति मेहेतारी ॥ यह लीला जो नित प्रत गावें ॥ ताके पास कषुध ने प्रावें ॥ सुने सिखे पढि मन में राखे । प्रेम सहित मुख ते पनि भाखे ॥ भुक्ति मुक्ति की केतक पास ॥ सदा रहत हरि तिन के पास ॥ चतुरानन जाको जस गावें॥ सेस सहस्र मुख जाहि बखाने । पादि अंत काऊ नहिं पावें । जाका निगम नेत नित गावें । सूरदास प्रभू सब के म्वामी ॥ मरण राख मोहि अंतरजामी ॥ ७० ॥ इति श्री सूरदास कृत गोवर्द्धन लीला संपूर्ण ।। श्री कृष्णार्पणमस्तु । श्री कृष्णजी ॥
Subject.-श्रीकृषण की गोवर्द्धन लीला अथवा श्री कृष्ण का 'गोवर्द्धन" का उंगली पर सात दिनों तक रखे हुए व्रज भूमि का इन्द्र के कोप से बचा लेना। ___No. 186(1). Prina Pyari by Sura Dasa. Substance -Country-mado papor. Loaves-5. Sizo - 6' x 6". Linos per page--8. Extent--32 ślākas. AppearancoOld. Character-Nagari. Place of Deposit-Sri Devaki Nandanācharya Pustakālaya, Kāmabana, Bharatapur.
Beginning.-श्रीगणेशाय नमः ॥ अथ प्रान प्यारो लिष्यते ॥ राग बिलावल चाल | बरसाने अषभान दुलारी चंद बदन लोचन मृगचारी ॥ चरन कमल पोर बचन रसाल ॥ खेलन चली ताहां श्री नंद जु के लाल ॥ निरखि बदन तन नंद जु कि रांनी ॥ छंद ॥ गोद उठाये भवन में जु पानि ॥ आभुषन पेहराईये ॥ सर के प्रभु साजि निख सिख प्यारी जु घरा रहे पठाईये ॥१॥ अहो मेरी प्रान