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APPENDIX II.
परताप (बैरगढ़) वर्णन सूरजमल्ल, पृष्ठ ३ बज वर्णन, बैर शहर वर्णन, दरवार कवि वंश प्रशंसा नरोत्तम मिश्र, (छिरौरा वंश)-मंत्र गुरु रामसिंह के-माथुर
देवको नंदन-श्रीकंठ
नीलकंठ मोहन महापति राजाराम
पानंदनिधि-गंगाधर-सामनाथ पिंगल पृष्ठ ४ मे ८ तक गुरु लघु गन प्रादि विचार ,, ८ छंद विचार ,, १३ मात्रा वृत्ति बिचार ,, १६ काव्य लक्षण ,, २० ध्वनि वर्णन ,, २३ स्वकीया भेद शृंगार वर्णन , २९ परकाया भेद ,, ३२ संभागिता दुषिता, मानमोचन , ३३–४० स्वाधोनपतिका, नायिका मुग्धादि नव नायिका समाप्ति
४१-४३ उत्तमा नायिका, उत्तमादि सखी दूतो कर्म वर्णन ,,४३ - ४९ नायिका निरूपण, नायक सखा अनुराग चेष्टा वर्णन , ४-५२ हावभाव ,,५२-५४ विप्रलंभ सिंगार-दशा वर्णन ,, ५४ -५७ हाम्यरस-रस वर्णन . ,५७-६२ भाव लक्षण, ध्वनि वर्णन ,, ६३-६५ मध्यमा लक्षण, मध्यम काव्य गुनी भूत व्यंग वर्णन ,, ६५-६९ दोष निरूपण ,, ६९-७२ गुण निरूपण, अनुप्रास भेद चित्र वर्णन .,७२-९१ अलंकार निरूपण