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APPENDIX II.
सिवराम साचो प्रेम को पचीसो है ॥ २५ ॥ इति श्री मन्महाराजाधिराज श्री सवाई प्रताप सिंह जी देव वचनाथं कवि सिवराम कृते प्रेम पचीसी संपूर्ण ।
Subject.-उद्धव और गोपियों का वार्तालाप ।
No. 177. Varana Prati Jianopadesa by Siya Rama Sarana of Ayodhya. Substance-Country-mado paper. Leaves-5. Size-7 x21". Lines per page-8. Extent-80 Slokas. Appearance-Old. Character-Nagari. Date of Manuscript - Samvat 1906= A. D. 1849. Place of DepositSaraswati Bhandara, Lakshmana Kotaa, Ayodhya.
___Beginning.-श्रीगणेशायनमः अथ वरण प्रति ज्ञानोपदेश लिख्यते ॥ दोहा॥ कक्का कर्म सुभासुभ त्यागि के करियै हरिपद प्रीति देखै हरि में अपिल जग त्यागि द्वैत विपरीत ॥ षष्षा खड्गाधार त्रिय जानिये संतत ताहि डेराइ खड़वध मुरलोक वजनारि निरै लै जाइ २ गग्गा गर्व ग्राह दारुण महा वसति जलधि भी मांहि असत परस भी वारिनिधि वचन शरण सियनाह ३ घध्या घन छाया इव जानिये तन संयोग वियोग भजिये हरि अवेलंवतर या तनु भजिवे जोग ४ नत्रा नर सरीर तर जानिये भी वारिधि जल जान ताहिप य नहि तर भयो भी तो पातमहानान ५
End.-अषिल वरण कारण अषित्न वरण उक्त उपदेश सा निदेश सिर धरि करै ता नहि लेश कलेश ३९ छद ॥ नहिं होइ लेश कलेश जो आदेश तेहि सिर धरि करै छूटहिं सकल उतपात रंजन जो निरंजन उर धरै करुणानिधान सुजान प्राण साहव शरणपाल न दूसरा रघुनाथ जीवन प्राणधन सियराम शरण पमै करौ ४० इति श्री वरण प्रति ज्ञानोपदेश सियरामशरण विरचितं समाप्तम् माधव कृष्ण २ संवत् १९०६
Subject. --वैराग्य संबंधी ज्ञानोपदेश ।
No. 178. Navala Rasa Chandridaya by Sobha Kavi. Substance-Country-made paper. Leaves-35. Size-10%" x6". Lines per page-22 Extent-About 1,000 Slokas. #ppearance-Old. Character-Nagari. Date of Composition-Samvat 1818=A. D. 1761. Place of Deposit-The Public Library, Bharatapur State.
Beginning.-श्रीगणेशायनमः ॥ अथ नवलरसचंद्रोदय लिष्यते ॥ उदति बेद निज शुद्ध रति जो जगत बुद्धि रुचि इम्य प्रह्लाद पन लाज पर धीर