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________________ APPENDIX II. 295 No. 142. Chhappaya by Rajjaba ji. Substance-Coun. try-made paper. Leaves-10. Size - 5 " x 52". Lines per page—20. Extent - 300 Slokas. Incomplete. Appoarance-Old. Character-Nagari. Place of Deposit--Saraswati Bhandāra, Lakshmana Kota, Ayodhya. Beginning. - श्रीसीतारामाय नमः ॥ कृप्या श्री रजव जी का प्रारंभ ॥ श्री गुरु पूजा का अंग ।। वैराग रमय विभव अष्ट कुल पारस घर ग्रह || कल्पवृक्ष वन राय फूल फल अमिरस भरि अहि ।। सप्त समुद्रद्वं सुधा साइ सरिता सु तलावहिं || पीवन का जो पियूष कहीं मारग गुरु आवहीं ॥ नगर पुरी बैकुंठ विधि चिंता मणि घर दर चि ॥ रज्जब गुरु पूजा सज्यौ नाम सहर भग्ना गियै ॥ १ ॥ गुरु को दोजे कहा परम निधि जिन तं पाई || भाव भगति भलि भोष गिरा गोरष जा गाई ॥ सांच सील संतोष दृष्टि दत दीरघ दोना || जीव जड़ा जग मांहि काटि कम मुकता कीना । सकल अंग सांई सहित कौन मैौज ऐसी करे दादू दोन दयाल विन रजव रीता को भरै ॥ २ ॥ End.-पलक सेा काढहिं घड़ी घड़ी काढह पहरुकहि || पहर दृरि दिन करहिं दिवस टारहि मावस महि ॥ वारह पूने वरस करहिं से तेरह मासा ॥ द्वादस सूरज चंद कहे इह बड़ा तमासा || पलक घड़ी यह पहर दिन मास वरस सरकै कवै ॥ रज्जब विप्रसुवाल बुधि फिरत फिरत देषे सवै ॥ ७८ ॥ अपूर्ण । Subjoot. - रज्जव जी के पदों का संग्रह । No. 143 (a). Drishtānta Bodhikā by Rāma Charana Dāsa. Substance--Country-made paper. Leaves--24. $ize--7!” × 52". Lines per page — 18. Appearance-Old. Character- -- Nāgari. Place of Deposit - Sad Guru Sadana, Ayādhyā. Beginning. - श्रीसीतारामा विजयते || श्री सतगुरु कमल वचनेभ्येा नमः || अथ || श्री रामचरन कृत दृष्टांत वाधिका लिष्यते ॥ देाहा ॥ रामचरन दृष्टान्त विन मन न लहै श्रुति वाध ॥ सहस वात की बात यक कहीं ग्रंथ सत साध ॥ १ ॥ रामचरन श्रीराम को वंदत सव सुष पाइ ॥ जैसे सोचे मूल कंा ॥ डार पात हरियाई || २ || रामचरन प्रभु रूप लहु राम भजे सब तुष्ट || जथा असन में 'मुष लिये हाथ पाउ सव पुष्ट || ३ || राम नाम सुमिरत सकल नाम मंत्र फल साध ॥ रामचरन जिमि रतन में सकल द्रव्य को वाध ॥ ४ ॥ राम रूप थिर होइ लबै व जोव लषि प्राह ॥ रामचरन जिमि रवि लपत मंडल घाम सुभाइ ॥ ५ ॥
SR No.010837
Book TitleTenth Report on Search of Hindi Manuscripts for Years 1917 to 1919
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Bahaddur Hiralal
PublisherAllahabad Government Press
Publication Year1929
Total Pages532
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
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