SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 300
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ APPENDIX II. 293 पृष्ठ ७५-सूरसैन पयान । | पृष्ठ १४४-मंडप प्रवेश, राजकुमार शोभा , ७६-गुन गंभीर संवाद । , १४५-रानी राजा संवाद उत्साह । , ८०-गंगा जू की स्तुति । , १४७-जयमाला जागरन । , ८१-मानसरोवर वर्णन । ,, १४९-पाणिग्रहण। ,, ८५-सूरसैन हरण । , १५५-भाजन विधान ज्योनार । ८६-कल्पलता सखी संवाद । , १५७-सेज्या उत्साहना। , ९३-कल्पलता सूरसैन । , १५९-संकर्षण वर का। , ९६-नृत्य नाटक। "१६२-पृथम समागम । , १००-मान मोचन । , १६३-दशाभाव। , १०५-कल्पलता विरह वर्णन । , १६६-मित्र लाभ । ,, १०८-सैन्य सन्देह । , १६९-द्वितीय रसकेलि पत्र । ,, ११०-नगर दर्शन शोभा, वाग | , १७१-रस वर्ष। कूप । ,, १७२-कल्पलता को बारहमासी। ,, ११६-शिव अर्चन वंदना। , १८१-शुक संदेश। ,, ११७-छत्रधारी राजकुमारों का | , १८२-चंपावती नगर वर्णन । आना। , १८७-दंपति संवाद । ॥ ११८-सूरसैन विरह । ,, १८९-वन विहार । , १२१-गुन मंजरो मुदिता वार्ता ,, १९०-आखेट वर्णन । रंभावती से भेद कहती है। ,, १९१-सैन्य वर्णन । ,, १२२-अष्ट सखियों को रंभा को ,, १९३-युद्ध शिवमाल यादा वर्णन। माज्ञा, सूर जोग दर्शन , १९७-सह गोन वर्णन । वार्ता। ,, १९८-कल्पलता सूरसैन मिलन । ,, १२७-मदन मुदिता ने सब भेद ,, २०३-चन्द्रसैन उत्पत्ति । रंभावती से कहा। ,, २०४-शिशु लोला वर्णन । ,, १२९-मदन मुदिता रानी महादेव ,, २०५-दूत संदेश। पार्वती रंभावती दर्शन। , २०७-सूरसैन राजा दृत संवाद । , १३०-रंभावती पूजा करती है। । , २०८-कुंवर दर्शन । , १३२-जोगी भेष में राजकुमार | , २१०-पयान वर्णन । दर्शन । , २११-पंथ वर्णन । , १३५-वैरागर सेना दर्शन । , २१२-वैरागर पागमन । ॥ १३६-मंडप वर्णन। ,, २१५-गृह प्रवेश वर्णन । , १३८-रंभा का नखसिष श्रृंगार ,, २१६-जागरन । वर्सन । , २१८-नव नायिका।
SR No.010837
Book TitleTenth Report on Search of Hindi Manuscripts for Years 1917 to 1919
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Bahaddur Hiralal
PublisherAllahabad Government Press
Publication Year1929
Total Pages532
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy