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Subject.- चित्तौर के राजा रतनसेन और सिंहल द्वीपीय रानी पद्मावती की प्रेम कहानी ।
APPENDIX II.
No. 116. A book without title by Murali Dasa. Subs• tance~~Country-made paper. Leaves-4. Size-4" x 4". Lines per page-8. Extent-18 Ślōkas. Appearance-Old. Character——Nagari. Place of Deposit - Pandita Rāma Gopala ji Vaidya, Jahāngiirābād, Bulandaśahar.
Beginning.-राम सति । श्रीगणेशाय नमः ॥ धं धं धन पुग्ष अलेष (1) जीन धरे नाना भेष । माया वाकि अगम अपारः साहव अधकः सुरजन हारः जोसका ईनाहि अंत ॥ गहर गंभिर भगवंत ( 1 ) पुरनः भगत जीनके कामः दिनदयाल राजा राम (1) ब्रह्मा दिषन पाव भेष (1) अजर अमर । किन सुष देष (1) माहि सकल व्रज । के रानार (1) अत अनुपहः कृष्ण मुरार (1) पेलत वालन के शाथ (1) प्राद अनाद दिनानाथ (1) ह प्रभ कालहि का काल (1) अत वलंवड श्री गोपाल (1) प्रदवुध रूपः हर घर आवः केशा कंस शुंलर आव (1) असुर सव जायः कमारे (1) दसाधा नंद के प्यारे (1) वसदेव वंदि छुटाय (1) संकट हरन जादोरायः धरोह देह जन के हेत । कंस मार राषा घेत (1) नाना राजवः ठापल (1) अपना वचन प्रतपान (1) धरम न्याव लागे करनः अनेग चार लागे धरन (1) जै जः ईरदः हो चहु ओर (1) वाल गोपाल करत लोक न जानः दुबो जन कृष्ण का वान (1) जो हरना मन वाकु काल दगाना देह (1) सुदरसन चक्र राक्षा कर (1) वीघन (1) थर थर कापी हः जमदुतः जमकु देष भाज दुत (1) गहः वा (1) वीराजः तीलक श्रीः तीयः क्षा (1) करते भगत जो गाढ़ी (1) द्वार मुकत रहः ठाढि (1) नः रसै दरस कुसम देव (1) सुरनर असुर करत सेव (1) ताती वावः नही आव (1) हरकी सरन जे आव ।
फोर सार (1) तीह
राम का पाक्षा
सदोन लेह (1) दह
अनेक ताके हर
End. - हरके नगल व सीस (1) हाथो क्षाह कर जगदीस (1) पुरम भगत जन के पास (1) वीनती करत मुरलीदासः १
Subject. - प्रार्थना ।
No. 117. Bhakta mala by Nābhāju. Substance - Brah ma paper. Leaves-280. Size-12" x 6". Lines per page
17. ® Extent—628 Ślokas. Appearance - Old. Written in Verse and Prose both. Character—Nāgari. Date of Composition—Samvat 1652 = 1595 A. D. Place of Deposit -Pandita