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________________ 268 APPENDIX II. साय ॥ ४॥ सा रस नवधा कहत है रस ग्रंथनि मैं साधि ॥ रस शापक जे रसिक जन तिनहीं को यह वाध ॥५॥ अथ रसनाम निर्नय ॥ दोहा॥ प्रथम सिंगार ह हास्य रस करुना वीर वषानि ॥ रुद्र भयहि वीभत्स पुनि अद्भुत सात सुजांनि ॥ ६ ॥ ___End.-दोहा ॥ रच्यो बजेद्र विनोद सव ॥ अपनी मति अनुसार ॥ जो कछू भूल्यों हैं। हु तो लीजो सुकवि सुधार ॥५१॥ ठारै सै रु पिच्यासिया संवत यो पहिचानि ॥ फागन सुदी पाचै रवैा कोना ग्रंथ वषांनि ॥ ५१ ॥ मैं मति मूढ़ अजान प्रति ॥ रचना कविता ज्ञान || अपना अनुचर जानि कै छमियो सुकवि सुजॉन ॥ ५२ ॥ श्री वृदावन विपिन निधि पानंद प्रेम अपार ॥ वज जुवतिन मन भांवती जै श्री नंदकुमार ॥ ५३ ॥ भांवर भरत चकोर ज्यों बज वनिता निस भार ॥ श्री वनचंद अमंद दुति नागर नंदकिसार ॥ ५४॥ नूपुर संजुत मंजु अति कंज वग्न सुषदाय ॥ असे वजपति के चरन मेरे होहु सहाय ॥ ५५ ॥ वरन्यों जुगल किसार हित वृदा विपिन विहार ॥ रीझि दान दीजै अभय अपनी भक्ति अपार ॥ ५६ ॥ इति श्री मन्महाराज बजेद्र वलवंत सिंह जी वहादुरस्य विनादा मोतीराम सुकवि विरचिते वजेद्र विनोदे नायक भेद निरूपनं नाम षप्टोल्लासः॥ इति श्री वजेद विनोद संपूर्णम् ॥ Subject.-नायिका भेद । No. 115. Padmawat by Malik Muhammada Jayasi. Subs. tance-Country-made paper. Leaves-203. Size-81" x 4. Lines per page-20. Extent-8,100 Slokas. Incomplete. Appearance-Very old. Character-Kaithi. Place of Deposit-Saraswati Bhandara Lakshmapa Kota, Ayodhyi. Beginning.-खण्डितxxx हफल साहव हे माह x xxx महमद कह समाहे तव (लव) x x x x x x परशु पहीले हात ताहा। नाव न गांव मुरती व जहा। x x पूरन पाप न पुन्य गुप्यत स फन सा स्य नम सुनु अलख रूप सवद व भाती सुर ना चाद देवल नहो राती x खर सर वाले हंकारा अकथ कथा कछ कहो विचाग कछु कहा तो कछु में राहा प्यन कछु माझ कछु मह रह ॥ ___End.-रतन पदारथ वाल्यो वाल सुनै सा मात धोमी कै डोल जेहे की वोल वोरह को धाया का तेहे माख कहा तेहे मात्रा फेरे भेसर है माताया चारी लपेट मानीक छाया । महमद कवी जो प्रेम की ना तेहे रकत न मांस.जे. न मुब देखे ते न ऐसा xxxxxxx अपूर्ण
SR No.010837
Book TitleTenth Report on Search of Hindi Manuscripts for Years 1917 to 1919
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Bahaddur Hiralal
PublisherAllahabad Government Press
Publication Year1929
Total Pages532
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
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