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________________ APPENDIX II. 217 नित जग्य किये सुर गाव लव कुश लषि अभिलाष पुराई ॥ कृष्ण राम शिव शेष प्रजादिक गामैं नित गुण पार न पाई ॥ १ ॥ इति श्री रामायण सूचनिका सम्पूर्णम् || शुभमस्तु ॥ Subject.-रामायण की प्रधान प्रधान घटनाओं की पद्यात्मक सूची । No. 93 (f) Samasya Purti by Krishna or Kalanidhi. Substance--Country-made paper. Leaves--6. Size--8 inches x 6 inches. Lines per page--16. Extent -- 150 Ślokas. Appearance--()ld. Character--Nāgari. Place of Deposit-Bābū Purushottama Dasa, Visrama Ghața, Mathura. Beginning.—समस्या पूर्ति ॥ सवैया ॥ मथुरा हरि जात चले वही यसुधा सवके यह द्वारे भनें ॥ व्रज जीवन जीवन नाहीं रुकें विन जीवन जीवन कैसे वनें ॥ नहिं जान न देय काऊ वज में करि काट उपायन सूं जो इनं ॥ अंचरा कर ले यह मांगत है। कढि जाय न वाहर राखो मनें ॥ १ ॥ भोरहि ते किम कारण सांझहि भे शमलीनन भह तने तन ॥ मानत नांहि मनात भटू पिय पांय परै कार सह घने घन ॥ भूल न मान करो कवह सुन प्रीतम सेा नहिं और धने धन ॥ सांच कहूं विच धारि हिये वढ़ि जाय न वाहर राखि मने मन ॥ २ ॥ उद्भव कृष्ण रंगी हम तो अब दूसर रंग लगै नहिं केते ॥ लाख उपाय करो कितने नहिं प्रेम तजें अपने हियरे तें ॥ भारत वेद पुराण कहै यह आदि ग्रहस्थ वड़ा सव मेंते ॥ एकहि भोग के ग्रासन पै झखि मारत जोग के आसन जंते ॥ ३ ॥ End. - साते में अटा में मित्र भार उठ छात चाया और घर मांह मेरी दृष्टी जो परत है | तभी नवयेावना सलोनी केल भांन सेती खाल पट मंद पग सीढ़ियां धरत है || कृष्ण कहे जागे की खुमारी अंखियान भरी सीतल पवन लागे होस पकरति हैं ॥ प्यारी की उनीदी वा अटारी उतरन आज चढ़ि रही चित न उतारी उतरत है ॥ १ ॥ आई केल भौन से सलानी उठ प्रात होत भीत के सहारे पग सीढ़ियां धरत है || पेंड़ पेंड़ भेंडन जम्हात मुख फेर फेर वेर वेर नेन धर पकून करत है ॥ कृष्ण कहै कि ठिठक जाय कभू कभू पनि सीतल ते अंग उघारत है ॥ २ ॥ Subject. - समस्या पूर्त्ति । No. 93 (g) Vritta Chandrika by Krishna Kavi or Kalanidhi. Substance-Country-made paper. Leaves-69. Size - 92 inches x 5 inches. Lines per page — 17. Extent— 1832 Ślōkas. Appearance -Old. Character-Nagari. Date
SR No.010837
Book TitleTenth Report on Search of Hindi Manuscripts for Years 1917 to 1919
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Bahaddur Hiralal
PublisherAllahabad Government Press
Publication Year1929
Total Pages532
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
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