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________________ APPENDIX II. 91 No. 17. Advaita Prakāta by Bali Rāma. Substance-- Country-made paper. Leaves-12. Size-6 x 34 inches. Lines per page---8. Extent--200 Ślökas. Appearanceold. Character-Nagari. Date of composition-Samvat 1885. Date of manuscript-Samvat 1885. Place of Deposit -Sarasvati Bhandara, Lakshmana-Kota, Ayodhya. Beginning:-श्री गणेशायनमः ॥ वनमाली कोजै परनामा । जाकी महिमा चित घन रामा॥ चारि वेद षट शास्त्र कहै ये। पापनि महिमा मे निर्मये ॥ मीमांसा वैसासाक (वैशेषिक) कहिये । पुनि न्याये पातंजलि नहिये ॥ सांध्य ग्रह वेदांत वषानी । पट शास्त्र षट रस न जाना ॥ सकि अनंत जु है अवि. नासो वनमाली सायं परकासी अथ प्रथम मीमांसा भेद मीमांसा प्रति पालै कर्मा। विन करनो सव वातै भर्मा ॥ देहो वीच करै सेा पावै। मीमांसा से ठहराव। विन वाये फल कैसे पाय । विन पाये कोई न अघाय ॥ सुभ कर्मन को फल सुम कर्म लागे । जे नर मूढ ते कर्मन ते त्यागै ॥ जे नर असुभ करम लपटायाई। जय मुनि कहै अंत पछिताई ॥ अथ दुतिय वैसासक भेद ॥ वैमासाक सुभ करम वतावै॥ समै विना कछु हाथ न पावै॥ जैसे कछु वावै कोरसान । समय विना होवै फलहान ॥ समय करावै साई हाई । यह तो प्रगट लहै सब कार्ड। ___End.-मादि अंत याही सेा मानिये। हेम वीच भूषन कहू मानिये हेम वर्ष मह जानी पानी । सार विचार सार मत जानी ॥ ज्ञान अभिमान उतारै घोय । यह जानै नै ज्ञानी होय ॥ जो यह काह अशानी दुषो । ता ज्ञानो काहे ते सुषी॥ यका में अद्वैत वषानौ । यही ताते व छ नहि मानौ ॥ केवल ग्रज प्रक्रिया अविनासी। साहं गयलि सर्व प्रकासी॥ द्वै सै यक चौपाई कही। प्ररथ विवेक जानिनौ सही ॥ इति श्री अद्वैत प्रकास चारि वेट षट शास्त्र वलीराम कृत संमपुरन दोहा षंडइ नव सुनाग लोषियत सत सम्त अक्षर १८८५ प्रषाडे गुरुवारे तिथि दिसि अंग कृष्णपक्ष १ ॥ Subject.-मीमांसा, वैशेषिक मादि के मतों का निरूपण करते हुए अद्वैत मत का प्रतिपादन। No. 18. Gudha Sataka by Ballabha. Substance-Countrymade paper. Leaves-10. Siz0-90 x 51 inches. Lines per page-19. Extent-296 Slokas. Appearance-old. Character-Nagari. Place of Deposit-B. Purushottama Dasa Bisrama Ghata, Mathura.
SR No.010837
Book TitleTenth Report on Search of Hindi Manuscripts for Years 1917 to 1919
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRai Bahaddur Hiralal
PublisherAllahabad Government Press
Publication Year1929
Total Pages532
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size38 MB
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