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[२२] - हिंदी भाषामें श्वेताम्बर जैनग्रन्थ बहुतही कम है, ऐसी दशामें श्री गोडोजी महाराज जैनमंदिर और धार्मिक विभागों के ट्रस्टियोंने यह अनुवाद प्रकाशित कराया है, इसके लिए वे धन्यवावाई है। आशा है वे बाकी पाठ पत्रों का हिंदी अनुवाद भी शीघ्र ही प्रकाशित कर न्वर्गीय श्राचार्य महाराजश्रीकी इच्छा पूर्ण करेंगे और अहिंसा धर्मका संदेश समम्त हिंदी जानने वालों तक पहुँचाकर पुण्य और यशकी प्राप्ति करेंगे।
' लक्ष्मी हाउस लेडी हार्डिन रोड, माहीम, बंबई १६. ता०२-३-५६)
कृष्णलाल वर्मा