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श्रीहैमपा० १६३ ॥८॥ १ ॥ १६३ ॥ नाव्यावः ॥ ८॥१॥ १६४ ॥ एत्रयोदशादौ स्वरस्य सस्वरव्यञ्जनेन ॥८।१। १६५ ॥ स्थविर-विचकिलायस्कारे ॥ ८।१ । १६६॥ अष्टाः ॥ २५॥ वा कदले ॥८।१।१६७॥ वेतः कर्णिकारे ॥ ८।१ । १६८ ॥ अयौ वैत् ॥ ८॥ १। १६९ ॥ ओत्पूतर-बदर-नवमालिका-नवफलिका-पूगफले ॥ ८।१।।
१७० ॥ न वा मयूख-लवण-चतुर्गुण-चतुर्थ-चतुर्दश-चतुर्वार-गुकुमार-कुतूहलोदूखलोलूखले ॥ ८ । १ । १७१ ॥ अवापोते ॥ ८॥१॥ १७२ ॥ उच्चोपे ॥ ८।१।। १७३ ।। उमो निपण्णे ॥ ८॥ १।१७४ ॥ प्रावरणे अङ्ग्याऊ ।। ८।१ । १७५ ॥ स्वरादसंयुक्तस्यानादेः॥८॥१॥ २७६ ॥ क-ग-च-ज-त-द-प-यवां पायो लुक् ।। ॥ ८॥१॥ १७७ । यमुनाचामुण्डाकामुकातिमुक्तके मोऽनुनासिकश्च ॥८। १ । १७८ ॥ नावात्पः ॥ ८ । १ । १७९ ॥ अवों यश्रुतिः ।। ८ । । १ । १८०॥ कुन्जकर्पर कीले कः खोऽपुष्षे ॥ ८ । ।। १८१ ॥ मस्कत-मदकले गः कन्दुके त्वादः ॥ ८।१ । १८२ ॥ किराते चः ॥ ८।१ । १८३ ॥ शीकरे भ-हौ वा ॥ ८।१ । १८४॥ चन्द्रिकायां मः ॥८॥१॥ १८ ॥ निकप-स्फटिक-चिकरे हः ॥ ८॥१॥ २८६ ॥ ख-घ-थ-ध-भाम् ॥ ८॥ १।१८७ ॥ पृथकि धो वा ॥ ८॥ १ ॥ १८८ ॥ शृखले खः कः ॥ ८॥ १ ॥ १८९॥ पुन्नाग-भागिन्योर्गो मः ।। ८. ११९० ॥ छागे लः। ॥८।१ । १९१ ॥ ऊत्वे दुर्भग-सुभगे वः ॥ ८॥ १ ॥ १९२ ।। खचित-पिशाचयोश्च. स-लौ वा ॥ ८॥ १ । १९३ ॥ जटिले जो झो वा ॥८।१ । १९४ ॥2 टोटः॥ ८।१।१९५ ॥ सटा-शकट-कैटभे ढः ॥ ८।१ । १९६ ॥ स्फटिके लः ॥ ८॥१॥ १९७ ॥ चपेटा-पाटौ वा ॥ ८।२। १९८ ॥ ठोटः॥ ८॥२॥ १९९ ॥ अहोठे लः ॥८।१।२०० ॥ पिठरे हो वा रश्च डः॥८॥१॥ २०१ ॥ डो लः ॥ ८।१।२०२ ॥ वेणौ णो वा ॥ ८।२।२०३ ॥ तुच्छे तश्च-छौ। वा ॥८।१।२०४ ॥ तगर-बसर-तूबरे टः ॥ ८।१ । २०५ ॥ प्रसादौ डः॥ ८।१ । २०६ ॥ इत्वे वेतसे ॥ ८।११२९७ ॥ गर्भितातिमुक्तके णः ॥१ ॥८॥११ २०८ ॥ रुदिते दिनाण्णः ॥ ८।२।२०९ ॥ सप्ततौ सः॥८।१ । २१०॥ अतसी-सातवाहने लः॥ ८।१।२११॥ पलिते वा ॥ ८॥-१२॥ पीते वो ले वा ॥८।१।२१३ ॥ वितस्ति-वसति-भरत-कातर-मातुलिङ्गे हः॥ ८॥ १। २१४ ॥ मेथि-शिथिर-शिथिल-प्रथमे थस्य डः॥ ८ । १ । २१५॥ निशीथ-पृथिव्योर्वा ॥८।१।२१६ ।। दशन-दष्ट-दग्ध-दोला दण्ड-दर-दाह-दम्भ-दर्भ-कदन-दोहदे दो वा डः ॥८।१।२१७ ॥ दंश-दहोः॥८॥ २॥२१८॥ सख्या -गद्गदे रः॥८॥१॥ २१९ ॥ कदल्यामद्रमे ॥ ८।१।२२० ।। प्रदीपि-दोहदे लः ॥ ८॥१॥ २२१॥ कदम्बे वा ॥८।१ । २२२ ॥ दीपौ घो . वा ॥ ८॥ १।२२३॥ कदयिते वः ॥ ८॥ १ ॥ २२४ ॥ ककुदे हः । ८।१ । २२५ ॥ निपधे धो ढः ॥ ८॥१॥ २२६ ॥ वौषधे ॥ ८॥१॥ २२७ ॥ नो णः ॥८॥१॥ २२८ । वादौ ॥ ८॥ १२२९ ॥ निम्ब-नापिते ल-गणं वा ।।८।१।२३० ॥ पो 4 ॥८।१ । २३१ ॥ पाटि-परुष-परिघ-परिखा-पनस- १
॥२५ पारिभद्रे फः ॥८१।२३२ ॥ अभूते कः॥८॥ १॥ २३३ ॥ नीपापीडे मो वा ।।८।१।२३४ ॥ पापद्धौं ॥८।११२३५ ॥ फो भ-हौ॥८। ।