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________________ १६६ ] मुहतो नैणमोरी ख्यात बीजै राजारै सहर आयो । तद सेतराम दरबार मांहे ग्राय बैठो । ताहरां दरबारी ईयारी पोसाख पर बळ देख अर भीतर जाय राजासूरज गुदराई । " कह्यो - 'महाराज ! एक इसो सिपाही ग्रायो छै सु देख्यो चाही । बडो सिरदार है ।" ताहरा राजा कही - ' तो । भीतर बुलावो ।' ताहरा दरबारी सेतरांमनू भीतर ले गयो । और जाय राजा मिळियो । राजा सेतरामरी पोसाख देखने बहोत ही राजी हुआ । विचारी - 'ग्रो कोई सिरदार दीसै छे ।" ताहरां राजा वडो आदर करने बैठायो । अर राजा पूछियो - 'जु कि - जातिया सिरदार छो ?" ताहरा सेतरामजी कह्यो - ' राठोड छा", चाकर राखो तो अठै रहीं ।" ताहरा राजा रुपिया चार रोजीना कर दिया अर चार राखियो । | 9 $ हमैं सेतराम श्रठे रहे चाकर वासै अर साथ भेळो करें, घोड़ा भेळा करें, वडे सैमानसू रहै । तठे सेतरांम राजारी हजूर श्राव सु बरछी लिया आवै तद मुजरो करै । राजा कहै - 'बैठो ।' ताहरा बरछी लेअर खड़ी कर दावे सु बिछायत माहे कर गढरो प्रांगणो तैमे हाथ एक बरछी गरक हुवै । 20 सु राजा तो काहिणनू मन हकरे, पण लोक देखे र राजारी राणी पण कही भांत देखें ", सु अँ हैरान रहै अर विचार - 'जु आज ई वराबर सामंत कोई नही | 2 1 1 तव सेतराम वहाँसे अपना हक अदा करके रवाना हुआ सो किसी दूसरे राजाके शहरमे आया । 2 तव दरवारीने इसकी पोशाक और वलका अनुमान कर और भीतर जाकर राजासे अर्ज पेश की । I 3 महाराज एक ऐसा सिपाही श्राया है सो देखना चाहिए (देखने योग्य है ।) वडा सरदार है । 4 यह कोई सरदार दिखता है 5 किस जातिके सरदार हो ? 6 राठोड है । 7 चाकर रखो तो यहाँ रहें । 8 अव सेतराम यहाँ चाकर वासमे रह रहा है, आदमी और घोडे इकट्ठे करता है और बडे ठाठसे रहता है । 9 वहाँ सेतराम मुजरेको त्राता है तब अपने साथ वर्धी लेकर आता है और बछ के साथ मुजरा करता है । 10 तव वर्धी खड़ी करके दवाता है सो विछायतमे होकर गढ के लागनमें एक हाथ ऊडी वर्धी प्रवेश हो जाती है । II सो राजा तो इधर ध्यान ही क्यो देने लगा, परन्तु दूसरे सभी लोग देखते ही हैं श्रौर राजाकी राणी भी किसी प्रकार देख लेती है 1 12 आज इसके समान सामंत कोई नही है । " 'काहिणनू मनह करें' पाठान्तर है ।
SR No.010611
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1964
Total Pages304
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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