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मुंहता नैणसीरी ख्यात मांडलगढ़सूं झै सहर इतरा कोस छै
१७ चीतोड़। २८ वधनोर । ४५ अजमेर । १८ वेघम । १७ भैंसरोड़। ११ जाजपुर ।
२२ बूंदी। १ तोडो नागरचाळरो । यो सोळंकियांरो याद उतन छै । सोळंकी जिकै जठे छै तिकै सारा तोडारा ऊठिया गया छै । तोडो निपट वडी ठोड़ । तोडारा धणी राव कहावता । औ सोळंकी ... वाल्हणोत ।
१ तोडड़ी सोळंकियां महिलगोतांरो उतन' । मालपुरो तोडड़ीरा परगनारो गांव माल पंवार वसायो । नवो सहर कदीम सोळंकियांरी ठाकुराई । तोडड़ी राव सुलतांण इणां महिलगोतां माहै । सोळंकियांरै पीढ़ियांरी विमत
१ श्राद नारायण २ कमळ । ३ ब्रह्मा ।
४ धोमरिख । ५ चाच ।
६ वाळग। ७ सुकर ।
८ अरजन । ९ अपाळ । १० देपाळ । ११ राज।
१२ मूळराज । १३ द्रोणगिर। १४ वल्लभराज । १५ भीम ।
१६ करन । १७ सिधराव । १८ ईतपाळ । १६ कीतपाळ । २० वाळप । २१ वोहड़। २२ सांगो।
I मांडलगढ़से ये शहर इतने कोस हैं। 2 यह सोलंकियोंका आदि निवास-स्थान है। 3 सोलंकी जहां भी हैं वे सभी तोडासे उठ कर गये हैं। 4 ये वाल्हणोत सोलंकी कहलाते हैं। 5 महिलगोता सोलंकियोंका निवास स्थान तोडड़ी गांव है। 6 तोडडीका राव सुरताण इन महिलगोता सोलंकियोंमेंसे है।