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________________ २८० ] मुंहता नैणसीरी ख्यात मांडलगढ़सूं झै सहर इतरा कोस छै १७ चीतोड़। २८ वधनोर । ४५ अजमेर । १८ वेघम । १७ भैंसरोड़। ११ जाजपुर । २२ बूंदी। १ तोडो नागरचाळरो । यो सोळंकियांरो याद उतन छै । सोळंकी जिकै जठे छै तिकै सारा तोडारा ऊठिया गया छै । तोडो निपट वडी ठोड़ । तोडारा धणी राव कहावता । औ सोळंकी ... वाल्हणोत । १ तोडड़ी सोळंकियां महिलगोतांरो उतन' । मालपुरो तोडड़ीरा परगनारो गांव माल पंवार वसायो । नवो सहर कदीम सोळंकियांरी ठाकुराई । तोडड़ी राव सुलतांण इणां महिलगोतां माहै । सोळंकियांरै पीढ़ियांरी विमत १ श्राद नारायण २ कमळ । ३ ब्रह्मा । ४ धोमरिख । ५ चाच । ६ वाळग। ७ सुकर । ८ अरजन । ९ अपाळ । १० देपाळ । ११ राज। १२ मूळराज । १३ द्रोणगिर। १४ वल्लभराज । १५ भीम । १६ करन । १७ सिधराव । १८ ईतपाळ । १६ कीतपाळ । २० वाळप । २१ वोहड़। २२ सांगो। I मांडलगढ़से ये शहर इतने कोस हैं। 2 यह सोलंकियोंका आदि निवास-स्थान है। 3 सोलंकी जहां भी हैं वे सभी तोडासे उठ कर गये हैं। 4 ये वाल्हणोत सोलंकी कहलाते हैं। 5 महिलगोता सोलंकियोंका निवास स्थान तोडड़ी गांव है। 6 तोडडीका राव सुरताण इन महिलगोता सोलंकियोंमेंसे है।
SR No.010609
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages377
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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