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मुंहता नैणसीरी ख्यात
[ २७६ वात सोल कियां खैराडारी जाजपुर राम कुंभा खैराडारो बैसणो'। फूलियाथी' कोस १२, मांडलगढ़थी कोस ११ । गांव ६५, दांम ४१०१६५, रुपिया १०४७५४॥) ५ । १ मांडलगढ़ नंदराय बालणोत सोळंकियांरो उतन । औ महारांणारा चाकर । जिण' वरस अकबर पातसाह रिणथंभोर लेन आघो डेरो चित्तोड़ दिसा कियो, तद सोळंकियै भांनीदास, बलूहुळ वाहिजथा गढ़ छोड़ छांनै नास गया" । गढ़ पातसाह लियो । मांडलगढ़ वडी ठोड़, गढ़ ऊपर पांणी घणो । आगैं सोळंकियांरै गढ़ ऊपर वडी वस्ती हुती । घणा महाजन गढ़ ऊपर वसता । ज्यांनरा देहरा घणा गढ़ ऊपर छै । संमत १७११ पातसाह जहांगीर चीतोड़रो गढ़ पड़ायो। परगना ४ रांणारा लिया । तिणांमें 10 गढ़ लेनै रावळ रूपसिंघ भारमलोतनूं दियो। पछै रूपसिंघ प्रापरी वस्ती सूधो गढ़ ऊपर जाय वसियो हुतो। संमत १७१४रा जेठमें रूपसिंघ काम आयो । गढ़ छूटो ।
१ भांनीदास । २ बलू भांनीदासरो । २ वणवीर । ३ नंदो। ४ साहिबखांन । ५ राव मनोहर । ४ सांईदास ।
५ मनोहर । १. सांकरगढ़ मांडलगढसू कोस १२ । १ केकड़ी सोळंकियां भूणगोतांरो उतन । १ रामगढ़ जाजपुरस्र कोस १२ ।
I जहाजपुरमें रामकुंभा खैराडेका निवास-स्थान । 2 फूलियासे । 3 ६५ गाँव जिनकी रेख दाम ४१०१६५ अर्थात् रु० १०४७५४।।।) ५ थे। 4 जिस । 5 आगे, दूर। 6 ओर । 7 पीछेकी ओरसे गुप्त रूपसे गढ़को छोड़ कर भाग गये। 8 गढ़ ऊपर जैनोंके बहुत मंदिर हैं। 9 जिनमें। 10 यह।