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________________ मुंहता नैणसीरी ख्यात [ २७७ उगवणनूं फळसं सरस्वती नदी छै' । तिण ऊपर प्राची माधवरो देहुरो करायो हुतो । घाट बंधायो हुतो । सु देहुरो तो मुगळे पाड़ियो नै घाट बंधायो हुतो सु अजेस छ। तठे सको' सिनांन करै छ । घाट ऊपर बंगळो १ किणही तुरक करायो छ । सिधपुर पाटणथा कोस १२ छै । सिधपुर हमैं पाटण वांस छै। सिधपुररै तफै गांव ५२ लागै छै । घर २००० वांणियांरा छै । घर १०० ओसवाळांरा छै। बीजा डीसावाळ पोरवाड़ छै । घर ५०० बांभण" वसै छै । बीजा मुसलमान बोहरा १००० वसै छ । रुपिया २५००० उपजतांरी ठोड़ छै । सिधपुरथी कोस ११ बिंदसरोवर वडो तीरथ छै । सरस्वती नदी छ । पूजा साठियारी धरती छ । तठे भाखरां माहै कोटेस्वर महादेव छै । त, एक आवारो वच्छ छै1° । तिणरी जड़ा मांहितूं प्रगट हुवा, तठे आंबावरा भाखरांरो पांणी पावै छै । . कवित सिधराव जैसिंघदेरा देहुरारा, लल्ल भाटरा कह्या12 थर सो चवदह माळ13 थंभ सत-सहस निरंतर । सौ-अढ़ार पूतळी जड़ी हीरां मांणक वर ॥ तीस-सहस धजडंड कणै सानन्त निहाळे । सत्तर-सौ गया तुरी19 लल्लगुण रुद्र संभाळे ।। एतला पेख21 अचिरज हुवै, रोमंचै सुर नर स्रवै। सु प्रासाद कीध जैसिंध ते, टगमग चाहै चक्कवै ।।१।। दिस गयंद गड़ीय. सीह खिण-खिण गुंजारै। कणे कळसं झळहळे मंड ऊडंड संभारै ।। 1 गाँवके आगे पूर्व दिशा द्वार पर सरस्वती नदी है। 2 सब कोई। 3 सिद्धपुर .. अव पाटनके अधिकारमें है। 4 सिद्धपुरके नीचे ५२ गाँव लगते हैं। 5 दूसरे डीसावाल पोरवाड़ बनिये हैं। 6 ब्राह्मण । 7 रुपये २५०००की आमदनीका स्थान है। 8 सिद्धपुरसे ... आध कोस पर विन्दु सरोवर बड़ा तीर्थ है। 9 जहां पहाड़ोंमें कोटेश्वर महादेव हैं। ...... . 10 वृक्ष । II जहां अंबाजीके पहाड़ोंका पानी आता है। 12 लल्ल भाट रचित सिद्धराव .... जयसिंहदेवके रुद्रमाल देहरेके कवित्त । 13 चौदह मंजिल । 14 अठारह सौ। 15 ध्वजा.. दंड । 16 सोनेके। 17 लता, फूलपत्तोंसे युक्त। 18 हाथी। 19 घोड़े। 20 इतने । 21 देख कर । 22 सब ही। 23 चक्रवर्ती राजा भी एकटक देखना चाहते हैं।
SR No.010609
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages377
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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