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________________ ११ खींवो । ११ रामसिंघ | मुंहता नैणसीरी ख्यात ९ दलो भुजबळरो । मौड़ी कांम आयो । ६ सिखरो भुजबळरो । जालोर कांम आयो । ११ पतो सिखरारो । आसकरण उग्रसेन मारियो तठै कांम आयो । ११ मानो । ६ कांधळ भुजबळरो । [ १६५ सूजो भुजबळरो । ४ मालो सिलाररो । मालानूं खोहराव (खोह) रै भाई मारियो । ५ अमरो मालावत । माला साथै मारियो । ६ साहुर अमरारो । ७ वरसिंघ । जैतमालोतांसूं वेढ़ हुई तठे मारांणो । ८ गोयंद | मादड़ी सीरोहीरो साथ जैतमालोतां ऊपर प्रायो त कांम आयो । 1 εखींदो गोयंदरों | जाळोररो खांन घूंघरोट ऊपर प्रायो तठै कांम आयो । १० जैसो खींदारो । ११ कचरो जैसारो । अरजियां वसै' । १२ कांधळ कचरारौ । अरजियां' | १२ रामसिंघ कचरारो | मूंठली वसै १२ तोगो कचरारो । १२ पंचाइण कचरारो। I आसकरणने उग्रसेनको मारा वहां सिखराका बेटा पत्ता भी काम आ गया । 2 माला सिलारका बेटा 1 मालाको खोहरा ( ? ) के भाईने मारा । 3 वरसिंह, जैतमालोतों से लड़ाई हुई वहां मारा गया । 4 गोयंद, मादड़ी में सिरोहीकी सेना जैतमालोतों पर चढ़ कर ग्राई उसमें काम आया । 5 गोयंदका बेटा खींदा, जालोरका खान घूंघरोट पर चढ़ कर आया उस लड़ाई में काम आया । 6 जैसाका बेटा कचरा अरजिया में रहता है । 7 कचराका बेटा कांधल अरजियाणे गांवमें रहता है । 8 रामसिंह कचरेका वेटा, मूंठली गांव रहता है ।
SR No.010609
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages377
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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