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________________ १६४] मुंहता नैणसीरी ख्यात ३ सिलार रावळारो'। ४ जैसिंघ सिलाररो। ५ वीको जयसिंघरो। ६ वीरम वीकारो। ७ रतनो वोरमरो। ८ भुजबळ रतनारो। ६ सांकर भुजबळरो। १० सादूळ सांकररो। गांव मौड़ी पटै । ११ सांवळो। १२ देईदास । ११ सांवतसी, सादूळरो। ११ रायसिंघ सांदूळरो। १० दुरगो सांकररो । रेवड़े काम आयो। ११ जैतो। १२ रामसिंघ। १२ रायसिंघ। १० राव वणवीर सांकररो राव चंद्रसेणरै राज सोनिगरा थर्ड झूविया त, कांम आयो। .. १० वैरसल सांकररो। धुंघरोट ऊपर जाळोररो साथ आयो । तठे काम प्रायो। १० डूंगरसी सांकररो। है कलो भुजवळरो। १० गोयंद। ११ ठाकुरसी। I सिलार रावळे का पुत्र । 2 सिवानेके पासका मवड़ी गांव सांकरके बेटे सादुलके . पट्टमें। 3 सांकरका बेटा दुर्गा रतवड़ेकी लड़ाई काम अाया। 4 सांकरका बेटा राव बगवीर, राव चन्द्रसेनके राज्य-कालमें जब सोनिगरा चौहानोंने थलंडे गाँव पर आक्रमण किया उसमें काम पा गया। 5 सांकरका बेटा वरसल, जालोरकी सेना 'चूंघरोट ऊपर चढ़ भाई तब काम प्राया।
SR No.010609
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages377
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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