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________________ १३६ ] २७ राव राजसिंघ सुरतांणरो -- देवड़ो रिणमल सलखारो ग्रांक १६२० सोभो २२ राव लाखो, जिण लाखेळाव तळाव करायो । २० गजो रिणमलरो, जिणरो परवार - २१ डूंगर, तिणरा सीरोही देस डूंगरोत- देवड़ा । राव लाखारा वेटा ग्रांक २२ मुंहता नैणसीरी ख्यात २३ राव जगमाल २३ संकर २८ राव अखैराज राजसिंघरो २१ सहसमल, जिण सीरोही वास कियो । २३ हमीर २३ ऊदो राव जगमाल कना' भाई हमीर धरती ग्राध वंटाय लियो थो । पछै माहोमाहि लड़िया । जगमाल हमीरनं मारियो । राव जगमालरो अखैराज राव सीरोही हुवो, ग्रांक २३, २४ । राव खैराज वडो रजपूत हुवो । तिण एक वार जालोररी खान पकड़ बंदीखाने दियो । २५ राव रायसिंघ महाराज हुवो है । घरणा दान-पुन्य किया । मेवाड़रा धणियांसूं, जोधपुररा धणियांसूं वडा उपगार किया । माला आसियानूं कोड़ दी, तिण मांहे गांव खांण सांसण कर दोवी छै ं । सुकाळ-दुकाळ अरहट ३०० हुवै छै । पता कलहटनूं कोड़ दी | तिण मांहे माटासण गुजरातरे पैंडै नजीक छै । 'वड गांव कनै तिण अरहट ५० हुवै छै । रायसिंघ भीनमाल पर ग्रायो थी । विहारियांरा थांणारो साथ काबो गढोकोट मांहे थो" । कोट घेरियो हुतो । सुतीर १ मांहिले वाह्यो" । सु रावरे वगतरी बांह मांहे हुय काख में लागो । राव काळ कियो" । दाग काळ धरी रावरै चाकरे दियो" । 1 10 11 1 से 1 2 बड़ा वीर । 3 इसने एक वार जालोरके खान मलिक मजाहिद खां को पकड़ कर कैद कर लिया था । 4 ग्रासिया शाखा के चारण मालाको करोड़ पसाव दिया । 5 उसमें खांग नामक गांव शासनमें दे दिया है । 6 कलहट शाखा के चारण पत्ताको करोड़पसाव दिया । 7 माटासरण गांव गुजरात के मार्गके समीप ग्राया हुआ है। 8 वड़गांवके पास 1 9 रायसिंह भीनमाल पर चढ़ कर आया था । 10 विहारी पठानोंके आदमी और कावा गढा, ये कोटके अंदर थे । II अंदर वालोंने एक बाण चलाया । 12 राव मर गयाः । 13 रावके चाकरोंने कालंदी गांवमें उसकी दाहक्रिया की ।
SR No.010609
Book TitleMunhata Nainsiri Khyat Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBadriprasad Sakariya
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1960
Total Pages377
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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