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मुंहता नैणसीरी ख्यात..... [ १२३ .. .. १२ दधीच'।
. ....... ... १३ विमलराजा। .
__१४ सिवर।
१५ कुलखत । १६ अतर । १७ अजैवाह । १८ विजैदाह।
१६ सुमल । ... २० सालवाहन । हंसावली रानी।
२१ नरवाहण ।
२२ देहड़, मंडळीक देरावर । .. २३ बूहड़, मंडळीक ।
२४ गुणरंग, मंडळीक ।
२५ दोराव रांणो। ... २६ भरह रांणो। भदियावद वासी
२७ रोह रांणो । रोहड़ो बसियो । २८ कड़वराव रांणो। २६ कीरतसी रांगो। ३० वैरसी रांणो। . ३१ चाच रांणो । देवी केवायरो देहुरो करायो । भाखरी ऊपर
___ गांव सिण हड़िय। - ३२ अनवी' उधरण । परबतसर माहरोट धणी । वडो रजपूत
हुवो । तिणरै बेटांरा पिड २ ।
___I दधीचि ऋषिके वंशज दहिया क्षत्री हैं। मारवाड़ के किरणसरिया गांवके केवायदेवीके मंदिरके सं० १०५६ के शिलालेखमें दहियोंका दधीचि ऋषिके वंशज होनेका उल्लेख है। दाहिमा ब्राह्मण भी दधीचिके वंशज कहे जाते हैं। 2 देरावरका मांडलिक राजा देहड़। 3. चाच रानाने सिणहड़िया (अब इसका नाम किरणसरिया) गाँवके पास पहाड़ी पर केवाय देवीका मंदिर बनवाया। 4 किसीके सम्मुख नहीं झुकने और अपने नामसे प्रख्यात होने वाला तेजस्वी और महावली। 5 जिसके दो पुत्र। .